धरती मां की रक्षा करना हम सभी का सामूहिक दायित्व व धर्म : प्राचार्य डॉ. गंगवार
बोकारो : संपूर्ण जीव-जगत को अपनी गोद में शरण देने वाली धरती मां के प्रति कृतज्ञता अर्पित करने तथा इसकी रक्षा के संकल्प के साथ सोमवार को डीपीएस (दिल्ली पब्लिक स्कूल) बोकारो में अंतरराष्ट्रीय पृथ्वी दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र-छात्राओं सहित विद्यालय परिवार के सभी सदस्यों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। प्राइमरी व सीनियर, दोनों ही इकाइयों में विद्यार्थियों ने इस वर्ष की विषयवस्तु (थीम) प्लैनेट वर्सेस प्लास्टिक पर आधारित विभिन्न जागरुकतापरक गतिविधियों में भाग लिया और पृथ्वी की रक्षा का संदेश दिया। यह श्रृंखला प्राइमरी इकाई में धरती माता को समर्पित गीत-संगीत की प्रस्तुतियों से शुरू हुई। इस क्रम में कक्षा एक की छात्रा शान्वी श्रीनिधि ने धरा की महत्ता बताती अपनी प्रस्तुति से सभी को मोहित कर दिया। इसके पश्चात कक्षा चार एवं पांच के बच्चों ने नुक्कड़ नाटक दिखाकर पृथ्वी की रक्षा के प्रति जागरूकता का संदेश दिया। इस अवसर पर विद्यार्थियों को अधिकाधिक पौधे लगाने तथा पानी एवं बिजली की बचत करने का संदेश दिया गया। अंत में बच्चों ने प्रकृति के संरक्षण की शपथ ली।
इसके पूर्व, विद्यार्थियों ने नारा-लेखन, काव्य-पाठ, पोस्टर व कलाकृति-निर्माण तथा आकर्षक चित्रांकन के माध्यम से पृथ्वी की रक्षा पर बल दिया। विद्यालय के प्राचार्य डॉ. ए एस गंगवार ने इस दौरान बच्चों के साथ स्वयं भी पौधे लगाए। उन्होंने कहा कि पृथ्वी है, तो हम हैं। इसकी रक्षा करना हम सभी का सामूहिक दायित्व और धर्म है। इस वर्ष की थीम पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि हम सभी का लक्ष्य प्लास्टिक पर निर्भरता को कम करना और पृथ्वी को प्लास्टिक-मुक्त बनाना होना चाहिए। इस दिशा में हमें लगातार ठोस कदम उठाने होंगे। इसके लिए उन्होंने बच्चों की भागीदारी को महत्वपूर्ण बताया। सीनियर इकाई में भी विद्यार्थियों ने पौधारोपण, पेंटिंग, शपथ-ग्रहण एवं अन्य गतिविधियों में भाग लिया। उन्होंने प्लास्टिक कचरा प्रबंधन से तैयार की गई आकर्षक कलाकृति अपने प्राचार्य को भेंट की। प्राचार्य ने भी बच्चों को पौधे भेंट करते हुए पृथ्वी की रक्षा के लिए ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने की प्रेरणा दी। इस अवसर पर शिक्षकों और विद्यार्थियों सहित विद्यालय परिवार के सभी सदस्यों ने 12वीं कक्षा के छात्र अर्जित अनुकूल द्वारा खास तौर से डिजाइन किए गए बैज पहने। विद्यालय के सभी कर्मियों ने दिनभर यह बैज लगाकर काम किया।
उल्लेखनीय है कि प्रकृति के प्रति जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से ही प्रतिवर्ष 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस (अर्थ डे) मनाया जाता है। 22 अप्रैल, 1970 में आधुनिक पर्यावरण आंदोलन के जन्म की सालगिरह का यह प्रतीक माना जाता है।