नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): स्वप्न और सामर्थ्य को साकार स्वरुप देने के लिए कठिन परिश्रम में विश्वास करने वाला शैक्षणिक संस्थान दिल्ली पब्लिक स्कूल अपनी प्राथमिकताओं में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को सर्वोपरी रखता है। इसी कड़ी में मंगलवार को विद्यालय के विवेकानंद सभागार में कुशल प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन के साथ वार्षिकोत्सव कार्यक्रम “बोनहेयर – उत्सव की ओर” के अंतर्गत कक्षा 1 तथा 2 के विद्यार्थियों द्वारा पौराणिक, ऐतिहासिक तथा प्रेरणास्पद चरित्रों की जीवनी द्वारा सतत प्रयास एवं समर्पण को सफलता की नींव बताते हुए अर्जित आनंद की अभिव्यक्ति के लिए मनाए जाने वाले विभिन्न त्योहारों पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
इस कार्यक्रम का शुभारंभ स्वागत गीत तथा तमसो मा ज्योतिर्गमय की भावना से अभिभूत दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इस कार्यक्रम में नृत्य, नुक्कड़ नाटक तथा अन्य विधाओं के माध्यम से कक्षा 1 के विद्यार्थियों ने ए.पी.जे.अब्दुल कलाम, हेमा दास तथा आनंद सर जैसे व्यक्तित्वों के उदाहरणों द्वारा विद्यार्थियों में कुछ कर गुजरने के मनोबल को सशक्त किया। वहीं कक्षा 2 के विद्यार्थियों ने सर्व धर्म समभाव से होते हुए राष्ट्रधर्म की भावना को अपनी कला के माध्यम से प्रस्तुत कर कठिन परिश्रम के बाद उत्पन्न उल्लास और अनंत आनंद के चिर सत्य को प्रकट किया ।
इस कार्यक्रम की शोभा तथा विशिष्टता बढ़ाने के लिए मुख्य अतिथि के रुप में आई ए एस मनोज कुमार; पर्यटन, कला, संस्कृति, खेल तथा युवा गतिविधियाँ विभाग, उपायुक्त राहुल सिन्हा, वरीय पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्यगण, अभिभावकगण, शिक्षकवृन्द, विद्यार्थीगण तथा प्रेस और मिडिया जन उपस्थित थे।
सभी महनीय सदस्यों का स्वागत करते हुए संस्थान के आधार स्तंभ, प्राचार्य डॉ राम सिंह ने अपने वक्तव्य में विद्यार्थियों की उपलब्धियों को साझा करते हुए कहा कि विद्यालय का मूल उद्देश्य न केवल एक शिक्षित वरण नीतिपरक व्यक्तित्व का निर्माण करना भी है, जो राष्ट्रीय, साथ ही साथ अंतर्राष्ट्रीय पटल पर अपनी तेजस्विता का परचम लहरा सके। उन्होंने इस भावपूर्ण एवं प्रेरणास्पद कार्यक्रम के लिए सभी विद्यार्थियों को अनेकानेक शुभकामनाएँ दीं तथा अपने अपेक्षित क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए पूरे मनोयोग से कार्यरत रहने के लिए प्रेरित किया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथियों ने भी विद्यार्थियों के सफल, सुंदर एवं सकारात्मक प्रयास की भूरी – भूरी प्रशंसा की तथा उन्हें भावी नेतृत्वकर्ता कहकर संबोधित किया। उन्होंने विद्यालय द्वारा विद्यार्थियों के व्यक्तित्व निर्माण में किए जा रहे वैविध्यपूर्ण प्रयासों की सराहना करते हुए इसे एक सकारात्मक समाज के गठन की दिशा में किया गया महत्वपूर्ण प्रयास बताया।
इन नन्हे कलाकारों द्वारा अपने सरल परंतु स्पष्ट और आत्मविश्वास से भरे लहज़े में प्रस्तुत जीवन के सुदृढ़ प्रतिमानों को देख पूरा सदन तालियों की गूँज से भर उठा। इनके सूक्ष्म अभिनय कौशल तथा परिपक्व नृत्य कला की सबने प्रशंसा की। इस कार्यक्रम के ग्रैंड फिनाले में लगभग 600 प्रतिभागी मंचासीन हुए जिसे देख सभी दर्शक मंत्रमुग्ध थे ।
इस कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया।