अन्य राज्यों की तरह झारखण्ड में भी साहित्य अकादमी, ललित कला अकादमी व नाट्य अकादमी का हो गठन ताकि इससे जुड़े लोगों को एक मंच मिले: डॉ महुआ माँझी
नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): राज्यसभा सांसद डॉ महुआ माँझी ने गुरूवार को अल्पसंख्यक कल्याण, पर्यटन, कला, संस्कृति, खेल-कूद एवं युवा कार्य, निबंधन विभाग के मंत्री हफीजुल हसन को झारखण्ड राज्य के साहित्य कला अकादमी के गठन हेतू ज्ञापन सौंपा। इस दौरान डॉ महुआ माजी ने कहा कि किसी भी राज्य की उन्नति व प्रसिद्धि में वहाँ के साहित्यिक व सांस्कृतिक परिवेश का बहुत बड़ा योगदान होता है। अन्य राज्यों की तरह झारखण्ड में भी साहित्य अकादमी, ललित कला अकादमी व नाट्य अकादमी का गठन होना चाहिए ताकि इस वर्ग से जुड़े हुए लोग को एक मंच मिले और सांस्कृतिक रूप से भी झारखंड का विकास हो सके।
विदित हो कि झारखण्ड में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के मार्गदर्शन में चहुँओर विकास पर जोर दिया जा रहा है। इस आयाम में साहित्य अकादमी व अन्य का गठन एक मील का पत्थर साबित होगा। झारखण्ड को अलग राज्य बने हुए 23 वर्ष बीत चुके हैं। विगत 23 वर्षों में पूर्ववर्ती सरकारों ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है।
इस परिप्रेक्ष्य में विभागीय मंत्री हफीजुल हसन ने सांसद डॉ महुआ मांझी को आश्वस्त किया कि साहित्य अकादमी सहित तीनों अकादमियों का गठन हेतू कैबिनेट को अविलंब प्रस्ताव विभाग स्तर से भेजा जाएगा। इसका प्रारूप तैयार है एवं प्रशासनिक स्वीकृति प्रक्रिया में है। यह भी ज्ञात हो कि कुछ समय पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ महुआ माजी ने पूर्व में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को भी ज्ञापन देकर इससे अवगत करवाया था।
इस मौके पर राजयसभा सांसद डॉ महुआ माँझी के साथ झामुमो के कार्यकर्ताओं के साथ विभागीय अधिकारीगण भी मौजूद थे।