सेवक के जगह शोषक का रुप धारणकर बैठा है तंत्र: सुदेश
पलामू में प्रमंडलीय कार्यकर्ता सम्मेलन में झामुमो- काँग्रेस पर जमकर हमला
नितीश_मिश्र
राँची/पलामू(खबर_आजतक): आजसू के प्रमंडलीय कार्यकर्ता सम्मेलन सह मिलन समारोह में आजसू के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने कहा कि सरकार की यह उपलब्धि है कि सरकार ने तंत्र की परिभाषा को बदल दिया। तंत्र का आचरण और व्यवहार बदल गया। सेवक के जगह शोषक का रुप धारणकर बैठा है तंत्र। सरकार के पास शिक्षा और रोजगार का कोई रोडमैप नहीं। सरकार के कल्याणकारी योजनाओं में बिचौलिया हावी हो गए हैं। विकास के मानक में हम पिछड़ते जा रहे हैं, अधिकतर लोग अपने अधिकार से वंचित हो रहे हैं। राज्य के संसाधनों का दोहन हो रहा है और लोगों को अपने ही जमीन से बेदखल करने की मुहिम चल पड़ी है। कमजोर शासक ने झारखंड में अफसरों का आचरण भी बदल कर रख दिया है। इस सम्मेलन में उन्होंने कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर आगे बढ़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हालात बदलने के लिए काम करना होगा। साथ ही झामुमो काँग्रेस गठबंधन की सरकार पर जमकर हमला बोला।
उन्होंने कहा कि पलामू की धरती ने कई नेता और पदाधिकारी दिए हैं। यहाँ राजनीतिक चेतना है। राज्य में बदलाव के लिए आगे आना होगा। पलामू प्रमंडल की बड़ी आबादी अब भी रोजी- रोजगार के लिए जूझती नजर आती है। पलायन यहां की किस्मत का हिस्सा है। दूरदराज के गाँवों में आखिरी कतार के लोगों को कंदा और गेठी खाने की विवशता है। सत्ता में बैठे लोगों से पलामू को पूछना चाहिए कि यहाँ से आपने लिया तो बहुत कुछ लेकिन दिया क्या है ? पलामू की क्षमता को लूटने का भी हिसाब होना चाहिए। पूरे प्रदेश में सरकार को सबसे ज्यादा मेहनत पलामू के गांवों और प्रखंडों में करने की आवश्यकता है।
नौकरशाही और लूट
उन्होंने कहा कि हेमन्त सोरेन की सरकार ने लोकसेवकों का आचरण बदल कर रख दिया है। निचले स्तर पर आम आदमी अपने वाजिब काम और हक अधिकार के लिए सरकारी दफ्तरों में पिसता नजर आता है। बिना पैसा दिए कोई काम नहीं हो सकता। सरकार और सिस्टम में कोई समन्वय नहीं है। और न ही पारदर्शिता। मुख्यमंत्री के पास दर्जन भर विभाग हैं। उन विभागों का काम और भी ध्वस्त हैं। गांव में एक अदद ट्राँसफार्मर बदलने के लिए लोगों को महीनों जद्दोजहद करना पड़ता है। शिक्षा, चिकित्सा, सिंचाई, पेयजल के क्षेत्र में राज तमाम मुश्किलों से गुजर रहा है। इस लोगों को 3 महीने में अनाज दे रही है सरकार तो गरीब खाएगा क्या ? पेंशन भी महीनों के बाद मिलता है इस सरकार में।
युवाओं की बेबसी
उन्होंने कहा कि 10वीं और इंटर की परीक्षा पास करने वाले लाखों छात्र आगे की पढ़ाई के लिए चिंता में हैं। कॉलेजों में शिक्षक नहीं हैं। दाखिला के लिए पर्याप्त सीटें नहीं हैं। पूरे राज्य में अपराध का बोलबाला है। हुनरमंद युवा रोजगार के लिए तरस रहे हैं। प्रदेश के 12 लाख युवा दूसरे राज्यों में काम करते हैं। नियुक्तियों को लेकर सरकार के अंदर जो कुछ चल रहा है वह पूरा राज्य का युवा देख रहा है। सालों की मेहनत के बाद कोर्ट केस युवाओं ने कुछ नौकरियां हासिल कीं और नियुक्ति पत्र बांट कर सरकार वाहवाही लूटने में लगी है
वोट की चोट है जरुरी
सुदेश महतो ने कहा कि जनादेश का अपमान करने वाली सरकार को वोट की चोट देना जरूरी है। युवाओं को आगे आना होगा तभी राज्य की दिशा और दशा बदलेगी। मौका उन्हें दें जिनमें राज्य के समेकित विकास के लिए विजन और क्षमता हो। आजसू पार्टी इन तमाम चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है। राज्य के विचारों के सहयोग और सवालों पर सभी कार्यकर्ता जनता को एकजुट करें।