नितीश मिश्र, राँची
राँची/रामगढ़ (खबर आजतक): झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य निर्माता दिशोम गुरु शिबू सोरेन को अंतिम विदाई देने के लिए पूरा राज्य शोक में डूबा नजर आया। रामगढ़ के नेमरा गांव में हुए अंतिम संस्कार में जनसैलाब उमड़ पड़ा।

राज्यपाल संतोष गंगवार ने झारखंड विधानसभा परिसर में उनके पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की और शोकाकुल परिजनों से मिलकर संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा, “दिशोम गुरु जनसेवा और संघर्ष के प्रतीक थे। उनका जीवन जनजातीय अस्मिता और सामाजिक उत्थान को समर्पित रहा।”
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी नेमरा पहुंचे और गुरुजी को श्रद्धांजलि दी। राहुल गांधी ने कहा कि शिबू सोरेन का जीवन संघर्ष और सेवा की मिसाल है, वहीं तेजस्वी यादव ने उन्हें एक विचारधारा बताते हुए कहा कि उनके निधन से एक युग का अंत हो गया।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भावुक होकर बोले, “आज मैंने केवल पिता नहीं, बल्कि अपना आदर्श और मार्गदर्शक खो दिया।”
इसी बीच, राँची के मारवाड़ी भवन स्थित व्यायामशाला परिसर में सत्य अमर लोक संस्था द्वारा श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। संस्था के अध्यक्ष हेमेंद्र सिंह ने कहा, “गुरुजी का योगदान अपूरणीय है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।” सभा का समापन दो मिनट के मौन के साथ किया गया।