झारखण्ड राँची राजनीति

देशभर में 5 लाख से अधिक निजी विद्यालयों का प्रतिनिधित्व करता है पासवा : डॉ रामेश्वर उराँव

विषय विशेषज्ञों की कमी के कारण सरकारी स्कूल प्रणाली पूर्ण रुप से विफल रही : शमायल अहमद

नितीश_मिश्र

राँची(खबर_आजतक): पासवा का चार दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन शुक्रवार को भगवान जगन्नाथ की देवभूमि पुरी के चैरियट होटल में शानदार आगाज के साथ प्रारम्भ हुआ। चार दिवसीय अधिवेशन का उद्घाटन झारखंड सरकार के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उराँव,पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद, पासवा के झारखण्ड प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे, राष्ट्रीय संयुक्त सचिव डॉ एसपी वर्मा, राष्ट्रीय सलाहकार फरजाना शकील, श्याम नारायण कुँवर,कमल बैनर्जी एवं देशभर से आए हुए प्रतिनिधियों की उपस्थिति में दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
इस आयोजन का उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग, नवाचार और उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए पूरे भारत में निजी स्कूलों के प्रतिनिधियों को एक साथ लाना था। पूरी जो अपने ऐतिहासिक मंदिरों, जीवंत कला और सुंदर परिदृश्य के लिए जाना जाता है, इस प्रतिष्ठित अधिवेशन के लिए मनोरम पृष्ठभूमि प्रदान की।
10वें अधिवेशन का उद्धघाटन करते हुए डॉ रामेश्वर उराँव ने कहा कि देश को अगर कोई बचा सकता है तो हमारे देश का संविधान। संविधान के अनुसार अगर देश चलेगा तो कोई कठिनाई नहीं होगी। आप बच्चों को संविधान पढ़ायें,प्रियंम्बल को पढ़ायें कोर्स के रुप में नहीं बल्कि गतिविधियों के रुप में। देश के संविधान ने सद्भावना से जीने के लिए न्याय,समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व का अधिकार दिया है।
डॉ रामेश्वर उराँव ने कहा कि पासवा से इसलिए हमने अपने आपको जोड़ा है कि यहाँ सिखना चाहता हूँ, पढ़ना चाहता हूं,सोचना चाहता हूं और कुछ लोगों के लिय काम आ सकूं इसलिए आपके बीच आता हूं। उन्होंने कहा आप शिक्षक हैं,आपको मैं कोई ज्ञान देने की हिमाकत नहीं कर सकता हूं, बच्चों को सिर्फ किताबों की जानकारी देने से नहीं होगा, उन्हें समाज,देश, दुनिया और आसपास के हो रही गतिविधियों की जानकारी देनी होगी।
डॉ. रामेश्वर उराँव ने देशभर से आते हुए चुनिंदा निजी विद्यालयों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन देश भर के 5 लाख से अधिक निजी विद्यालयों का प्रतिनिधित्व करता है, निजी विद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में सबसे अच्छा काम कर रही है, आज 12 वर्ष पासवा के पूरे हो रहे हैं और दसवां अधिवेशन पुरी में हो रहा है जहाँ देशभर के निजी विद्यालय के संचालक शामिल हो रहे हैं, पिछले वर्ष जयपुर के अधिवेशन में भी मुझे भाग लेने का अवसर मिला था, कोरोना काल में जब पूरी तरह से दुनिया घरों में कैद थी तब भी हमारे निजी विद्यालयों ने ऑनलाइन क्लास लेकर बच्चों के पढ़ाई में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास किया, यह भी सच है कि कोरोना महामारी में हजारों स्कूल बंद हुए शिक्षकों की स्थिति दयनीय हो गई,मुझे बताया गया कि कई निजी विद्यालयों के शिक्षकों और कर्मचारियों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी थी।
शिक्षा को बढ़ावा देने में निजी विद्यालयों का योगदान है जिसे स्वीकार करना पड़ेगा। केंद्र सरकार को नई शिक्षा नीति बनाने में निजी स्कूलों के संचालकों को साथ रखना चाहिए था व उनकी राय ली जानी चाहिए थी।
डॉ . रामेश्वर उराँव ने कहा कि बच्चों के भविष्य के सवाल पर हम कुछ भी करने को तैयार हैं, निजी स्कूल में अनुशासन बेहतर है,पढ़ाई अच्छी होती है,यहाँ पढ़ने वाले बच्चे देश के हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभाओं का लोहा मनवाते हैं,इनकी तारीफ कैसे न करुं।
पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने अधिवेशन की अध्यक्षता करते हुए कहा कि 38 प्रदेशों एवं केन्द्र शासित प्रदेश,642 जिला एवं छः लाख चौबीस हजार गांवों से बच्चों को शिक्षित कराने में पासवा के प्रदेश अध्यक्ष एवं पदाधिकारी का सबसे बड़ा योगदान रहता है। देशभर में पासवा ने आमलोगों का भरोसा हासिल किया है। संगठन अब धीरे धीरे पारिवारिक होता जा रहा है,पहले लोग किसी शहर में जाते थे तो रिश्तेदार के यहां रहते जाते थे लेकिन आज हमारे एसोशिएशन के यहां जाते हैं।
शमायल अहमद ने भारत में शिक्षा के पथ प्रदर्शक के रूप मे निजी स्कूलों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने सरकारी स्कूलों की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि विषय विशेषज्ञों की कमी के कारण सरकारी स्कूल प्रणाली पूरी तरह से विफल रही है। उन्होंने कहा कि सरकारी शिक्षकों का उपयोग बच्चों को शिक्षित करने के अलावा अन्य उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है और देश में सरकारी स्कूलों का प्रबंधन गहरी चिन्ता का विषय है। शमायल अहमद ने यह भी उल्लेख किया कि केन्द्रीय बजट 2023-24 में शिक्षा क्षेत्र के लिए धन के अब तक के सबसे अधिक आवंटन के बावजूद, सरकार परीक्षा आयोजित करने के लिए परीक्षा केंद्र बनाने में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा देश के लिए यह दुर्भाग्य है कि शिक्षा क्षेत्र को भारी भरकम बजट मिला है,लेकिन सरकार निजी स्कूलों को उनके परिसरों में परीक्षा आयोजित करने के लिए लक्षित कर रही है। उन्होंने भारत सरकार और राज्य सरकारों को आगाह किया है कि अगर प्राइवेट स्कूलों के साथ अगर नाइंसाफी लगातार होती रही तो देश की शिक्षा व्यवस्था को भारी नुक़सान उठाना पड़ेगा।
उन्होंने रामेश्वर उराँव की प्रशंसा करते हुए कहा कि आपने हमेशा निजी विद्यालयों को सम्मान दिया है,पूरा देश आपके साथ खड़ी रहेगी।
इस दौरान अपने संबोधन में पासवा के झारखण्ड प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने कहा कि झारखण्ड में पासवा ने काफी अच्छा काम किया है,आने वाले दिनों में झारखण्ड पासवा 10वीं एवं 12वीं के बच्चों का छात्र प्रतिभा सम्मान समारोह व बाल महोत्सव रांची में करने का प्रस्ताव रखा जिसे सर्वसम्मति से पास किया गया।आलोक दूबे ने कोरोना काल में पासवा के सहयोग के लिए एवं शिक्षा की बढ़ोत्तरी के लिए झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को धन्यवाद दिया,विशेषकर उत्कृष्ट विद्यालयों के माध्यम से अंग्रेजी स्कूलों की तर्ज पर सुविधा युक्त शिक्षा प्रदान करने की शानदार शुरुआत की है।
पासवा के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव डॉ एसपी वर्मा ने कहा कि एसोशिएशन के बैनर तले पूरे भारत से दो लाख निजी स्कूलों को एक साथ लाने में शमायल अहमद के नेतृत्व के प्रयासों की सराहना की।
इस कार्यक्रम में मुख्य रुप से उत्तर प्रदेश अध्यक्ष डा.फरजाना शकील, राष्ट्रीय सचिव फौजिया खान, कर्नाटक अध्यक्ष डॉ.अफशद अहमद, अरुणाचल प्रदेश अध्यक्ष तारा हरी, सिक्किम अध्यक्ष सोनी वृद्धि, तमिलनाडु अध्यक्ष मिन्नत कोड़ी, बेलाल नट्टर, राष्ट्रीय संयुक्त सचिव डा.एस.पी.वर्मा, जबकि झारखण्ड से राष्ट्रीय कार्यसमिति में सदस्य रोहित प्रियदर्शी उराँव, झारखंड प्रदेश पासवा के महासचिव नीरज सहाय,सुनीता सिन्हा,सचिव नेसार अंसारी, अल्ताफ अंसारी, प्रवीण प्रकाश ,बेबी सिंह,ज्ञानेश्वर दयाल,बच्चन पाण्डेय,आशा पाण्डेय, मींकू कुमार, सोनम दूबे, इयान कुमार,धर्मवीर राम उपस्थित थे।

दसवीं राष्ट्रीय परिषद के उद्घाटन सत्र में निजी स्कूल के निदेशकों को नेतृत्व पुरस्कार और पूरे भारत में निजी स्कूलों को प्रेरित करने के लिए पुरस्कारों की कई महत्वपूर्ण संख्याओं से सम्मानित भी किया गया।

इसके पूर्व पासवा उड़ीसा प्रदेश अध्यक्ष जयश्री मोहंती एवं महासचिव चिदमकया खटुवा व उनकी टीम के द्वारा डा.रामेश्वर उराँव, राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद एवं अन्य गणमान्य अतिथियों को उड़ीसा की कलात्मक शाफा एवं कलाकृति भेंटकर स्वागत किया एवं मोमेंटो प्रेजेंट किया।

प्रदेश पासवा अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे को देश का सर्वश्रेष्ठ पब्लिक रिलेशन अवार्ड से सम्मानित किया गया,पिछले वर्ष सर्वश्रेष्ठ प्रदेश अध्यक्ष पद से पुरस्कृत किया गया था।

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