इस तरह के आयोजन से चिकित्सा क्षेत्र में नई तकनीक, सुविधाओं व ज्ञान से लोग होते हैं अपडेट: जोगेश गंभीर
नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): रोटरी क्लब के तत्वावधान में रोटरी हॉल रांची में नियोनोटोलॉजी विषय पर सेमिनार का आयोजन हुआ। इसका शुभारंभ मुख्य वक्ता रानी चिल्ड्रेन हॉस्पिटल राँची के सीईओ प्रसिद्ध नियोनोटोलॉजिस्ट डॉ राजेश कुमार, रोटरी के पूर्व गवर्नर व राज हॉस्पिटल राँची के सीईओ जोगेश गंभीर, प्रसिद्ध चिकित्सक व क्लब के अध्यक्ष डॉ विनय ढानढनिया, देवकमल हॉस्पिटल के सीईओ व क्लब के पूर्व अध्यक्ष डॉ अनंत सिन्हा, मानंद सचिव ललित त्रिपाठी ने संयुक्त रुप से किया।
इस दौरान मुख्य वक्ता डॉ राजेश कुमार ने नियोनोटोलॉजी की चुनौतियों एवं इसकी हालिया प्रगति पर चर्चा करते हुए कहा कि समय पूर्व प्रसव के मामले में बच्चे को कई तरह की गंभीर स्वास्थ्य समस्या होती है। जिसमें सांस लेने में दिक्कत, वजन का काफी कम होना, पीलिया, असामान्य शारीरिक तापमान, कार्डियेक अरेस्ट प्रमुख है। ऐसे बच्चों के लिए गहन देखभाल यूनिट की जरूरत होती है। जन्म के बाद ऐसे बच्चों को बचाने को लिए पहले राँची जैसे शहर में सुविधाएं काफी कम थी। बच्चों को कोलकाता, मुंबई जैसे शहरों में भेजना होता था। यह बहुत खर्चीला भी होता था। तब बच्चों के बच पाने का प्रतिशत बमुश्किल 50 के आसपास था। लेकिन अब रांची शहर के कई अस्पतालों में नियोनोटोलॉजी से संबंधित विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध है। इसके कारण आज करीब 80 प्रतिशत ऐसे बच्चों को बचा पाने में सफलता मिल रही है।
डॉ राजेश कुमार ने कहा कि गरीब परिवार के मामले में ऐसे केस सबसे ज्यादा पाये जाते हैं। क्योंकि महिला को गर्भावस्था के दौरान सभी जरुरी टीके नहीं लग पाते हैं। उन्हें उचित पोषण की भी कमी हो जाती है। नियोनोटोलॉजी के केस में ऐसे परिवार के ज्यादातर बच्चे का इलाज कराने में उनके अभिभावक सक्षम नहीं हो पाने के कारण पीछे हट जाते थे। डॉ कुमार ने बताया कि वर्तमान में राज्य सरकार मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत तत्काल पाँच लाख रुपये की सहायता दे रही है। योजना का लाभ लेने के लिए माता-पिता के नाम से राशन कार्ड एवं बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट होना अनिवार्य है।
राज हॉस्पिटल के सीईओ जोगेश गंभीर ने कहा कि इस तरह के आयोजन से चिकित्सा क्षेत्र में नई तकनीक, सुविधाओं और ज्ञान से लोग अपडेट होते हैं। नियोनोटोलॉजी के मामले में अब ज्यादा से ज्यादा बच्चों को बचा पाने और उसे सामान्य जीवन देने की संभावनाएँ कहीं अधिक बढ़ गई है।
वहीं प्रसिद्द चिकित्सक व क्लब के अध्यक्ष डॉ विनय ढानढनिया ने कहा कि नवजात शिशुओं की मृत्य दर को कम करने के लिए जिन सुविधाओं की जरूरत है, वह शहर में उपलब्ध हो रही है। मृत्य दर को कम करने के लिए मिलकर काम करने की जरुरत है।
देवकमल हॉस्पिटल के सीईओ व क्लब के पूर्व अध्यक्ष डॉ अनंत सिन्हा ने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र की नवीन जानकारियां को साझा कर हम नियोनोटोलॉजी के मामलों में और सुधार कर सकते हैं। अन्य चिकित्सा विषयों पर भी इस तरह के पैनल डिस्कशन का आयोजन किया जाता रहेगा। धन्यवाद ज्ञापन कर्नल यु आर राज ने किया ।
दिल में सुराख वाले बच्चों का कोच्चि में होगा निःशुल्क ऑपरेशन
रोटरी क्लब राँची और रोटरी मिड टाउन रांची के संयुक्त प्रयास के तहत क्लब द्वारा गिफ्ट ऑफ लाइफ योजना की शुरुआत की गई है। इसके अंतर्गत वैसे बच्चे जिनके दिल में सुराख है, वैसे बच्चों का ऑपरेशन कोच्चि स्थित अमृता इंस्टिट्यूट अस्पताल में कराया जाएगा। पूरी प्रक्रिया निःशुल्क होगी। क्लब के पदाधिकारियों ने ऐसे बच्चों के अभिभावकों से क्लब से संपर्क करने की अपील की है।