नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में प्राचार्य डॉ. गंगवार ने ग्रहण किया पुरस्कार
बोकारो। : सतत विकास लक्ष्यों (सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स) की प्राप्ति की दिशा में डीपीएस बोकारो की ओर से किए जा रहे प्रयासों को एक बार पुनः राष्ट्रीय फलक पर विशिष्ट मान्यता मिली है। संधारणीय विकास एवं पर्यावरण-मैत्री प्रयासों के लिए विद्यालय को सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (एसडीजी) स्कूल अवार्ड से नवाजा गया है। नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में रविवार को आयोजित एजुकेशनल लीडरशिप कॉन्क्लेव 2025 में विद्यालय की ओर से प्राचार्य डॉ. ए. एस. गंगवार ने यह प्रतिष्ठित पुरस्कार ग्रहण किया। नीति आयोग, भारत सरकार व एमएसएमई से संबद्ध सेंटर फॉर एजुकेशनल डेवलपमेंट (सीईडी) फाउंडेशन के सहयोग से भारत ओलंपियाड फाउंडेशन द्वारा आयोजित उक्त समारोह में देशभर के शिक्षाविदों एवं विद्यालय प्रमुखों का जुटान हुआ। इनमें बोकारो जिले से पुरस्कृत होने वाला डीपीएस बोकारो एकमात्र विद्यालय रहा। डॉ. गंगवार को यह पुरस्कार सीईडी फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ. प्रियदर्शी नायक, केंद्रीय विद्यालय संगठन के पूर्व संयुक्त आयुक्त जयदीप दास, एनपीईपी, एनसीईआरटी के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. विजया कुमार मल्लिक सहित अन्य गणमान्यजनों की उपस्थिति में प्रदान किया गया।
सोमवार को पुरस्कार प्राप्त कर बोकारो लौटने पर प्राचार्य डॉ. गंगवार ने इस नवीनतम उपलब्धि को लेकर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों को सफलीभूत करने में स्कूल के विद्यार्थियों, उनके अभिभावकों, शिक्षकों सहित समस्त हितधारकों का सम्मिलित प्रयास है। सभी के सहयोग को उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय दिया। उन्होंने बताया कि डीपीएस बोकारो परिवार अपने गो ग्रीन इनिशिएटिव के तहत अधिकाधिक पौधारोपण, वर्षा-जल संचयन, सौर-ऊर्जा के इस्तेमाल, पेपर रिसाइक्लिंग, वर्मा कल्चर, फुलवारी, अतिथियों के हरित सत्कार जैसे अनेक माध्यमों से पर्यावरण एवं ऊर्जा स्रोतों के संरक्षण की दिशा में सतत प्रयासरत है। विद्यालय में इको क्लब का गठन कर पूरे स्कूल परिसर को शत-प्रतिशत कचरा-मुक्त बनाने की खास मुहिम भी शुरू की गई है। स्वच्छता, हरियाली और प्रकृति के साथ उसकी हिफाजत करते हुए ही हम सही मायने में प्रगति कर सकते हैं। उन्होंने विद्यालय परिवार के सभी सदस्यों को यह कटिबद्धता आगे भी बरकरार रखने की प्रेरणा दी। उल्लेखनीय है कि यूनाइटेड नेशन्स (संयुक्त राष्ट्र) सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स को लेकर विशेष पहल कर रहा है, जिसका अनुसरण पूरी दुनिया कर रही है। शिक्षा के साथ-साथ हर क्षेत्र में इसे धरातल पर उतारने का प्रयास किया जा रहा है।