नवरात्र में कन्याओं को भोजन कराने व पौधा पानी देने से सुख- शांति व समृद्धि की होती है प्राप्ति : कौशल
अरविंद अग्रवाल—
छत्तरपुर: पलामू / (ख़बर आजतक )विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व वन राखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने छतरपुर प्रखंड के सहरसवा में कलश स्थापना और नौ दिनी रामकथा प्रवचन का शुभारंभ और पाटन प्रखंड के कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालय परिसर में वैदिक मंत्रोच्चार के उद्घोष के साथ नवरत्न पौधों का स्थापना कर कन्याओं को प्रकृति कलश के रूप में पौधा व पानी उपलब्ध कराकर उनके पांव पूजन कर किया। उन्होनें कहा कि नवरात्र में फलहार भोजन करने का विधान है । इसलिए उन्होंने लोगों के बीच नवरत्न फलदार व पूजनीय पौधों का निःशुल्क वितरित किया।
पर्यावरण धर्मगुरु कौशल ने कहा कि जिस प्रकार प्रतिवर्ष लोग नवरात्र में घर – परिवार की खुशहाली व आत्मा की शांति के लिए घर में कन्याओं को भोजन पानी कराते हैं। उसी प्रकार धरती और ब्रह्मांड की आत्मा की शांति और प्रदूषण से मुक्ति के लिए पूरे नवरात्र के समय कन्याओं को पौधा पानी भी देना चाहिए है। तभी नवरात्र में कलश पूजा और दुर्गा पूजा की सार्थकता बनी रहेगी तथा समाज में भी अमन चैन व शांति कायम रहेगी।
उन्होंने पर्यावरण, प्रकृति और प्रदूषण से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां स्कूली बच्चों को बताया एवं उन्हें दैनिक जीवन में आत्मसात करने का संदेश दिया। उन्होंने वृक्षों पर रक्षाबंधन भी किया।
अयोध्या से प्रवचन करने आये पदमेश जी महराज और विद्यालय के वार्डन अर्चिता सिंह ने पर्यावरण के क्षेत्र में पर्यावरणविद कौशल के द्वारा देश विदेश में किये जा रहे उल्लेखनीय कार्यों की सराहना की।
इस अवसर पर पूर्व मुखिया दशरथ प्रसाद ,बसंत विश्वकर्मा, सरिता देवी, मुरली प्रसाद, बैजनाथ प्रसाद, पूरन यादव, उपेंद्र पासवान, कमलेश शर्मा, वीरेंद्र विश्वकर्मा, अनिल प्रसाद, नाथ जी यादव, राजेंद्र प्रसाद, रामजीवन प्रसाद, कमलेश प्रसाद, विवेक प्रसाद, आराधना सिंह , रीना कुमारी, प्रीति सिंह, रिचा कुमारी,आदि शामिल थे।