नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान, मेसरा के जीपी बिरला सभागार में चंद्रयान महोत्सव का कार्यक्रम शनिवार को दोपहर 3:45 में शुरु हुआ। इस कार्यक्रम में छात्र मामलों के डीन डॉ भास्कर कर्ण, एसोसिएट छात्र मामलों के डीन डॉ योगेंद्र अग्रवाल और वीईसी के चेयरपर्सन डॉ संजय कुमार शामिल थे। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के एक वरिष्ठ सेवानिवृत्त वैज्ञानिक और पूर्व निदेशक डॉ. पी.वी. वेंकटकृष्णनन के साथ एक पैनल चर्चा के साथ हुई। इस चर्चा ने सभी को प्रेरित किया और अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में राष्ट्र की नवीनतम उपलब्धि पर गर्व की भावना पैदा की। इसके बाद जनरल क्विज का पहला दौर था जो कि ‘यूनेस्को’- द यूनाइटेड इंजीनियर्स स्पीकिंग एंड क्विज़िंग संगठन द्वारा आयोजित किया गया। इसके बाद ‘ध्वनि’- संस्थान के म्यूजिक क्लब ने ए.आर. रहमान के वंदे मातरम् और उनकी अपनी एक रचना है जिसका नाम ‘कन कन में भारत’ है, उस पर अपनी प्रस्तुति दी।
इस दौरान संस्थान के डाँस क्लब ने ‘शुभ दिन’ गाने पर एक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद संस्थान के लिटररी सोसाइटी ने एक प्रस्तुति दी। उन्होंने भारत के अंतरिक्ष मिशन- चंद्रयान 1,2,3, मंगलयान, आदित्य एल1, राकेश शर्मा और आर्यभट्ट (भारत का पहला उपग्रह) के बारे में बात की।
इसके बाद एहसास ड्रामेटिक्स सोसाइटी ने एक शॉर्ट फिल्म की प्रस्तुति दी। उन्होंने दिखाया कि कैसे एक आदमी अपने नीरस जीवन से मुक्त होने के लिए तरसता है। वह एकांत का आनंद लेता है लेकिन जल्द ही एक व्यक्तिगत घेरे में फंसने की अजीब वास्तविकता का सामना करता है। इस दौरान फाइनलिस्ट की घोषणा की गई और प्रश्नोत्तरी का अंतिम दौर – मंच पर मौखिक दौर यूनेस्को द्वारा आयोजित किया गया। इसके बाद पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की समाप्ति शाम 7:45 में राष्ट्रगान के साथ समाप्त हुई।
