बोकारो (ख़बर आजतक) : बोकारो स्टील प्लांट द्वारा पर्यावरण स्थिरता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए ऑनलाइन उत्सर्जन निगरानी प्रणाली पर विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम-सह-कार्यशाला का शुभारंभ सोमवार को पर्यावरण संरक्षण एवं स्थिरता विभाग के कॉन्फ्रेंस हॉल में किया गया। इस कार्यक्रम में बीएसएल के विभिन्न विभागों से 30 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
बीएसएल ने पर्यावरणीय मानकों की निगरानी के लिए तीन-स्तरीय रणनीति अपनाई है। संयंत्र एवं टाउनशिप में हवा, पानी और स्टैक उत्सर्जन के नमूनों का विश्लेषण पर्यावरण संरक्षण एवं स्थिरता विभाग की उन्नत प्रयोगशाला में किया जाता है। इसके साथ ही एनएबीएल मान्यता प्राप्त एवं एमओईएफसीसी से अनुमोदित थर्ड पार्टी प्रयोगशाला को भी निगरानी कार्य में शामिल किया गया है।
वास्तविक समय (24×7) पर्यावरणीय मापदंडों की निगरानी के लिए बीएसएल ने 33 स्टैक उत्सर्जन निगरानी प्रणाली और 3 एफ्लुएंट गुणवत्ता निगरानी प्रणाली स्थापित की हैं। कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य महाप्रबंधक (पर्यावरण) राजीव श्रीवास्तव ने महाप्रबंधक (ईसीएस) प्रीति झा और परियोजना निष्पादन क्षेत्र के प्रतिनिधि एम.के. सिंह की उपस्थिति में किया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में कार्यकारी सिद्धांत, संचालन तकनीक, मेंटेनेंस प्रक्रियाएं और ट्रबल-शूटिंग पर विस्तार से जानकारी दी गई। मेसर्स एनवीया इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के विशेषज्ञों द्वारा प्रायोगिक प्रदर्शन और हैंड्स-ऑन अभ्यास भी कराए गए। यह प्रशिक्षण सीओ एंड सीसी, एसपी, आरएमपी, बीएफ, एचएसएम, सीआरएम-1, 2 और 3 जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों की प्रणालियों पर केंद्रित रहा।
यह पहल बीएसएल की पर्यावरण संरक्षण के प्रति गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
