नितेश वर्मा

बोकारो (ख़बर आजतक) : बोकारो स्टील प्लांट के ज्ञानार्जन एवं विकास विभाग में राष्ट्रीय कर्मयोगी मिशन के तहत तीन दिवसीय मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन ज्ञानार्जन एवं विकास विभाग की मुख्य महाप्रबंधक सुश्री नीता बा द्वारा किया गया। कार्यक्रम के आरंभ में ज्ञानार्जन एवं विकास विभाग के सहायक महाप्रबंधक एवं लीड ट्रेनर श्री शशांक शेखर ने राष्ट्रीय कर्मयोगी मिशन के महत्व एवं इसकी उपयोगिता के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

विदित है कि पूर्व में राष्ट्रीय स्तर पर भारत सरकार के क्षमता निर्माण आयोग (Capacity Building Commission) द्वारा आयोजित 05 दिवसीय प्रशिक्षण के माध्यम से ज्ञानार्जन एवं विकास विभाग के दो अधिकारीयों सहायक महाप्रबंधक श्री शशांक शेखर तथा श्री अमित आनंद लीड ट्रेनर के रूप में विकसित हो चुके हैं। इन्हीं लीड ट्रेनर्स द्वारा मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण के दूसरे चरण में संयुक्त रूप से कुल 25 अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया। तीन दिवसीय मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण कार्यक्रम में बोकारो स्टील प्लांट के अलावा सेल रेफ्रेक्टरी यूनिट, सेलम स्टील प्लांट तथा कोलियरी डिवीजन के अधिकारियों ने भी भाग लिया। सेल की विभिन्न इकाइयों से आए अधिकारियों ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की काफी सराहना की तथा ऐसे उपयोगी कार्यक्रम आयोजित करने के लिए बोकारो स्टील प्लांट के ज्ञानार्जन एवं विकास विभाग को धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य प्रशिक्षक श्री शशांक शेखर तथा श्री अमित आनंद ने कर्मयोगी मिशन की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि यह पहल प्रशासनिक एवं कार्यस्थलीय सुधार की दिशा में एक सशक्त कदम है। उन्होंने विभिन्न उदाहरणों से प्रशिक्षण के दौरान प्रेरणात्मक व्याख्यान, समूह चर्चा, इंटरैक्टिव सत्र तथा व्यावहारिक अभ्यास जैसे विषयों के माध्यम से प्रतिभागियों को यह समझाया कि सकारात्मक दृष्टिकोण, संवाद कौशल, टीमवर्क और सेवा-भावना किस प्रकार कार्य संस्कृति को बेहतर बनाते हैं।
मानव संसाधन के ज्ञानार्जन एवं विकास विभाग की मुख्य महाप्रबंधक सुश्री नीता बा ने कार्यक्रम के समापन सत्र में कहा कि कर्मयोग की भावना केवल कार्य में दक्षता बढ़ाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह प्रत्येक कर्मी को अपने कर्तव्यों के प्रति निष्ठा, पारदर्शिता, उत्तरदायित्व और सेवा-भाव के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित करती है। इस प्रकार के प्रशिक्षण से हम न केवल अपने कार्यक्षेत्र में प्रगति करते हैं, बल्कि देश की प्रगति में भी महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। सुश्री नीता बा ने प्रतिभागियों को मास्टर ट्रेनर बनने की बधाई दी साथ ही यह लक्ष्य भी दिया कि सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र तथा अधीनस्थ विभाग में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कर मंत्रालय द्वारा दिए गए लक्ष्य को पूरा करेंगे।
कार्यक्रम के समापन पर सहायक महाप्रबंधक श्री अमित आनंद ने सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार का प्रशिक्षण प्रत्येक कर्मचारी को अधिक सक्षम, संवेदनशील और सेवाभावी बनाने में सहायक है।
