
बोकारो (ख़बर आजतक) :बैंक राष्ट्रीयकरण दिवस के 56वें वर्षगांठ के उपलक्ष्य में शनिवार को बैंक ऑफ इंडिया, सेक्टर-4 शाखा परिसर, बोकारो में झारखंड प्रदेश बैंक इम्प्लाइज एसोसिएशन द्वारा एक विशेष गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में चास बोकारो क्षेत्र के विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधियों, अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया। महिला कर्मियों की भागीदारी भी सराहनीय रही।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस, बोकारो के संयोजक सिद्धेश नारायण दास ने कहा कि बैंकों का राष्ट्रीयकरण देश के आर्थिक विकास की रीढ़ है। सरकारी बैंक ही आज भी सरकार की गरीबों के लिए बनाई गई योजनाओं को ज़मीनी स्तर तक पहुँचाने में मुख्य भूमिका निभाते हैं। निजीकरण से देश की जनता की जमा पूंजी पर खतरा उत्पन्न हो सकता है।

राजेश ओझा (संयुक्त सचिव, झारखंड प्रदेश बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन) ने कहा कि राष्ट्रीयकरण ने देश के अंतिम व्यक्ति को भी बैंकिंग सुविधा से जोड़ा है। रोजगार सृजन, कृषि, उद्योग और सामाजिक योजनाओं में सरकारी बैंकों की भूमिका सर्वोपरि रही है।
गोष्ठी को विभाष झा, राजेश श्रीवास्तव, राकेश मिश्रा, पंकज कुमार सिंह आदि ने भी संबोधित किया। संचालन राकेश मिश्रा ने किया और धन्यवाद ज्ञापन कुमारी प्रियंका ने दिया।
सभी वक्ताओं ने एक स्वर में बैंक निजीकरण का विरोध करते हुए इसे आम जनता के हित में घातक करार दिया और संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया।