डिजिटल डेस्क
कसमार (खबर आजतक) : प्रशासनिक सेवा में कसमार प्रखंड में कलेक्टर बने हैं. शनिवार को प्रथम उपसमाहर्ता (सीमित) प्रतियोगिता परीक्षा एक और उपलब्धि जुड़ गयी है. प्रखंड की
मुरहुलसूदी पंचायत अंतर्गत पिरगुल निवासी मुरारी नायक डिप्टीके जारी परीक्षाफल में वह सफल घोषित हुए हैं. राज्य भर के 50 अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा में सफलता अर्जित की है. श्री नायक सेवानिवृत्त शिक्षक गौरीनाथ नायक व सेवानिवृत्त शिक्षिका राजोवती देवी के छोटे पुत्र हैं. वह वर्ष 2000 से शिक्षक की सेवा में हैं. शिक्षक बनने से पहले बीपीएसी की तैयारी पटना में रहकर की थी. हालांकि अंतिम परीक्षाफल में चूक गये थे. इस बीच
शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में शामिल हुए और 2000 में शिक्षक बनने के बाद 22 वर्षों से उत्क्रमित मध्य विद्यालय, महुआर (बोकारो) में सेवारत हैं. श्री नायक ने बताया कि शिक्षक की नौकरी करते हुए उन्होंने परीक्षा की तैयारी की थी. कोई कोचिंग या नोट्स का सहारा नहीं लिया. सेल्फ स्टडी की. श्री नायक ने बताया कि इस बहाली के लिए विज्ञापन 2005 में निकला था. परीक्षा 2006 में हुई थी, एमए की पढ़ाई की है. लेकिन कतिपय कारणों से वह रद्द हो गई थी. उसके करीब 14 वर्षों बाद 2020 में पुनः परीक्षा हुई और करीब ढाई-तीन साल बाद उसका परिणाम शनिवार को निकाला गया. बताया कि 1986 में क्षेत्रनाथ उच्च विद्यालय हरनाद से मैट्रिक, संत कोलंबस कॉलेज हजारीबाग से बीएससी, पटना यूनिवर्सिटी से ग्रामीण प्रबंधन में डिप्लोमा तथा नालंदा विवि से एमए की पढ़ाई की है.