डिजिटल डेस्क
बोकारो (ख़बर आजतक) : चिन्मय विद्यालय, बोकारो मे दिवसीय सी बी एस ई हैंडवॉल टूर्नामेंट (पूर्वी क्षेत्र)-2022, पूरे चरम उत्साह के साथ सम्पन्न हुआ, आज बालक वर्ग में दो सेमीफाईनल और एक फाइनल मैच खेला गया जबकि बालिका वर्ग में फाइनल खेला। बालक वर्ग में फाइनल आर एम एस स्कूल, जमशेदपुर एवं सेठ एम आर, जयपुरिया स्कूल, वाराणसी में खिताबी भिड़त हुआ । जिसमें आर एम एस स्कूल, जमशेदपुर ने सेठ एम आर जयपुरिया को 21-10 से हराकर विजेता का खिताब प्राप्त किया। निर्णायक दौड़ में टूर्नामेंट के जो परिणाम निकले वह इस प्रकार हैं –
बालक वर्ग (19 वर्ष आयु तक)
- संत मैरीज स्कूल, जमशेदपुर एवं आइंस्टाईन पब्लिक स्कूल, बाबतपुर – संयुक्तरुप से तीसरा स्थान
इन तीन दिनों में 43 मैच खेले गए, सभी मैच एक से बढ़कर एक साबित हुये, सभी में अंततक रोचकता बनी रही।
पारितोषिक वितरण समारोह –
बालक वर्ग के फाइनल मैच की समाप्ति के बाद चटकीले रंग एवं सुरीले सुर से सजा पारितोषिक वितरण समारोह आयोजित काफी रोचक रहा। इस अवसर पर उपस्थित मुख्य अतिथि विश्वरुप मुखोपाध्याय, (अध्यक्ष, विद्यालय प्रबंधन समिति सह क्षेत्रीय निदेशक, सी वी पी), परमपूज्या स्वामिनी संयुक्तानंद सरस्वती (आचार्या, चिन्मय मिशन केन्द्र, बोकारो) विशिष्ट सम्मानित अतिथि मोहित मालपानी (मुख्य महाप्रबंधन, विŸा विभाग, सेल, बोकारो), महेश त्रिपाठी (सचिव, विद्यलाय प्रबंधन समिति) सूरज शर्मा (प्राचार्य सह आयोजन समिति के अध्यक्ष) राजेश कुमार सिन्हा (पर्यवेक्षक, सी बी एस ई), आर एन मल्लिक (कोषाध्यक्ष, चिन्मय विद्यालय, बोकारो) एवं टी पी चौबे मंच पर उपस्थित थे।
सभी अतिथियों को परंपरानुसार तिलक-मिश्री एवं पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया। तत्पश्चात वैदिक शांति मंत्र पाठ के बाद पुरस्कार वितरण समारोह की शुरुआत की गई। उपस्थित दर्शकों एवं सम्मानित अतिथियों का स्वागत करते हुए प्राचार्य सूरज शर्मा ने कहा कि – क्या दिन, क्या रात तीन दिन तक जो रोमांच मिला उसे वर्ण करना मुश्किल है। 20 टीमें 43 मैच, एक से बढ़कर एक मैच । कहना मुश्किल कि कौन विजयी होगा और अंत में रहस्य, उत्साह एवं रोमांच आज अपने शिखर पर पहुँचा। इस अवसर पर मैं यह कहते हुए संतोष का अनुभव करता हूँ कि चिन्मय विद्यालय परिवार ने यथा संभव आपके आतिथ्य का ध्यान रखा । आगे उन्होंने कहा खेल अनुशासन सिखाती है, वही टीम विजयी होती है जिसके खिलाड़ी अनुशासित रहती है टीम के विजय में अपना दायित्य निभाते हुए अपना बेहतरीन योगदान देते हैं। जो खिलाड़ी टीम में योगदान देना, अपना कर्तव्य समझता है वही परिवार, समाज एवं राष्ट्र के निर्माण में बहुमुल्य योगदान करता है।
एक सफल जीवन जीने के लिए खेल उच्च मूल्यों का संबंर्धन करता है – विश्वरुप मुखापाध्याय, अपने मुख्य अतिथि रुप में उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करते हुए विश्वरुप मुखापाध्याय ने कहा कि मैं स्वयं राष्ट्रीय स्तर का टेबल-टेनिस विजेता रहा है। खेल ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है। खेल से आपको समाज का प्यार, अच्छा स्वास्थ्य, निर्णय लेने की क्षमता, संघर्ष करने की शक्ति, योजना बनाने की कला का विकास होता है।, गहन चिंतन एवं तार्किक शक्ति का विकास होता ह। और क्या चाहिए सफल होने के लिए।
सी बी एस ई के पर्यवेक्षक राजेश कुमार सिन्हा ने व्यवस्था पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा यहाँ चतुर्थवर्गीय कर्मचारी से लेकर प्रबंधन स्तर का जो एकीकृत प्रयास इस आयोजन को सफल बनाने के लिए दिखा। वह अतुलनीय एवं अवर्णनीय है। यहाँ की व्यवस्था यहाँ की आधारभूत संरचना तो राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय स्तर के खेल के अनुरुप है।
सोनाली गुप्ता की सांस्कृतिक टीम ने समा बांधा एवं ‘वक्का-वक्का नृत्य-कार्यक्रम’’ पर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि ने विजेता टीम को ट्रॉफी मेडल एवं प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया साथ ही उन्होंने टूर्नामेंट में अपना अतुलनीय योगदान के लिए तकनीकि टीम के सभी सदस्यों शैयद शमीम अहमद, फिरोज खान, इस्फाक अहमद, फरीद खान, आई अहमद, मिथलेश कुमार सिंह, मुकेश कुमार, मीरा मिश्रा, यश एवं वेकेंटश व ज्योति को मैचों में सफल संचालन के लिए मुक्त-कंठ से प्रशंसा की। तथा विद्यालय के शारीरिक शिक्षक हरिहर पांडेय ने खेल ध्वज उतारकर मुख्य-अतिथि को सौंपा और अपने बुलंद आवाज में सभी को धन्यवाद ज्ञापित कर टुर्नामेंट की समाप्ति की घोषणा की ।
कार्यक्रम का संचालन सुप्रिया चौधरी (विद्यालय मानव संसाधन विभाग) के नेतृत्व में सुब्रतो गुप्ता (वरीय शिक्षक, अंग्रेजी विभाग) ने किया। - आर एम एस हाई स्कूल, जमशेदपूर – विजेता
- सेठ एम आर जयपुरिया स्कूल, बाबतपूर, वाराणसी – दूसरा स्थान
- सनवीन स्कूल, वरुणा वाराणसी एवं सनवीन स्कूल, बलिया – संयुक्त रुप से तीसरा स्थान
बालिका वर्ग (19 वर्ष आयु तक) - मार्डन इंगलिश स्कूल, नवादा – विजेता
- आर्मी पब्लिक स्कूल, कानपुर – दूसरा स्थान