डिजिटल डेस्क
बोकारो (ख़बर आजतक) : 04 दिसम्बर, नौ-सेना दिवस, सभी देशवाशियों सहित पूर्व सैनिकों के लिए एक यादगार, गौरवान्वित करने वाला और यादों के अनगिनत पलों को आत्मसात करने वाला दिन होता है। आज के ही दिन साल 1971 में आपरेशन ट्राइडेंट के तहत नौसेना की मिशाइल स्क्वाड्रन ने न सिर्फ कराची बंदरगाह की सैन्य क्षमता को नष्ट किया था बल्कि स्टेट औफ़ हारमुज को पुरी तरह से बंद कर दिया था जो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की लाइफ लाइन थी। पश्चिम के इस विध्वंस ने, पूर्व में सफलता दिलाने में महत्व पूर्ण निर्णायक भूमिका निभाया था।
पहले नौसेना दिवस 15 अगस्त को मनाया जाता था और आजादी के बाद भी यह सिलसिला 1971 तक चलता रहा। इस युद्ध के बाद 1972 में यह निर्णय लिया गया कि 04 दिसंबर भारतीय नौसेना के लिए बहुत ही गौरवशाली दिन है। अतः नौसेना दिवस मनाने के लिए इससे उपयूक्त और दिन नहीं हो सकता।
पुर्व सैनिक सेवा परिषद की बोकारो ईकाई ने भी सेल-बोकारो द्वारा तय हैप्पी स्ट्रीट की सुबह को सभी गणमान्य लोगों और बोकारो वासियों के बीच नौसेना दिवस के लिये परम्परागत तरीके से केक काटकर युवा पीढ़ी को जागृत और आकर्षित करने का अपना सार्थक प्रयास किया। देश वासियों को अपनी सेना की तरफ से परिषद के वक्ताओं ने विश्वास दिलाया कि हर परिस्थितियों में नौसेना आपके सहयोग एवं अपनी समुद्री सीमाओं की रक्षा के लिए सदैव प्रयत्नशील है।
इस कार्यक्रम में ई डी पी एन्ड एस संजय कुमार जी, बोकारो औफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ए के सिंह जी, ग्लोबल एक्टिव सिटी बोकारो के नोडल ऑफिसर इन चार्ज ओलंपियन जयदीप सरकार, चेम्बर्स ऑफ कामर्स के संजय वैद्य जी, परिषद के प्रांतीय उपदक्षय दिनेश्वर सिंह, प्रांतीय सचिव राकेश मिश्र, जिला अदक्षय शत्रुघ्न सिंह, जिला मंत्री संजीव कुमार, पूर्व जिला अदक्षय मनोज कुमार झा, एस के सिंह, प्रह्लाद प्रसाद वर्णवालजी, कैप्टन पांडेय जी, नीरज, राजहंस, परमहंस, मदन मोहन, राजकुमार, प्रदीप, चंदन, के साथ-साथ अन्य संगठनों से भी गणमान्य व्यक्तियों की गरिमामयी उपस्थिति रही।