बोकारो (ख़बर आजतक) : मंगलवार को संध्या के समय सरकारी पदाधिकारियों (सेवानिवृत्त) की आवासीय कॉलोनी स्थित सामुदायिक भवन में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं झारखंड आंदोलन के प्रणेता दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए शोकसभा का आयोजन किया गया।
शोकसभा के दौरान उपस्थित लोगों ने दो मिनट का मौन धारण कर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। वक्ताओं ने कहा कि शिबू सोरेन का जीवन संघर्ष, जनसेवा और समर्पण का प्रतीक था। उन्होंने झारखंड की पहचान को मजबूती प्रदान की और आदिवासी समाज सहित वंचित वर्गों की आवाज को राजनीति के केंद्र में लाया।

इस अवसर पर श्री जे. के. सिंह (सेवानिवृत्त डीआईजी), श्री पांडेय सतीश चंद्र सिन्हा (सेवानिवृत्त अतिरिक्त जिलाधिकारी), डॉ. प्रमोद (सेवानिवृत्त सिविल सर्जन), डॉ. एस. बी. जारूहार (सेवानिवृत्त क्षेत्रीय निदेशक, पशुपालन), श्री बी. के. सिंह, श्री अनिल एस. के. चंद्रा, डॉ. प्रियदर्शी जारूहार (निदेशक, जीजीएसटीसीएस), कांड्रा पी. के. सिंह समेत कई अन्य सेवानिवृत्त अधिकारी उपस्थित रहे।
सभा में वक्ताओं ने उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि शिबू सोरेन ने अपने संघर्षों से यह साबित किया कि दृढ़ इच्छाशक्ति से कोई भी बदलाव संभव है। उन्होंने लोगों से उनके बताए आदर्शों पर चलने और झारखंड के विकास में योगदान देने का आह्वान किया।
अंत में सभी ने एक स्वर में दिवंगत नेता की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और उनके अधूरे सपनों को पूरा करने का संकल्प लिया।