डिजिटल डेस्क
रोटरी बोकारो में चल रहे त्रि दिवसीय रोटरी यूथ लीडरशिप अवार्ड (रायला) कार्यक्रम के दूसरे दिन का कार्यक्रम सफलतापूर्वक सम्पन हुआ।
प्रातः कालीन सत्र में सभी प्रतिभागियों को योग शिक्षक डॉ विनय सिंह ‘योग’ द्वारा योगाभ्यास कराया गया एवं जीवन में नित्य योगाभ्यास द्वारा शरीर और मन को स्वस्थ रखने वाली क्रियाओं से अवगत कराया गया। इस के उपरांत सभी प्रतिभागी एवं रोटरी के सदस्यगण जुंबा कार्यक्रम में शामिल हुए और बेहद खुशमिजाज अंदाज में सब ने जुंबा नृत्य किया। प्रातः के पहले सत्र का प्रारंभ रो. रानी अग्रवाल ने किया जिन्होंने प्रभावी संवाद यानी ‘इफेक्टिव कम्युनिकेशन’ पर एक संक्षिप्त परंतु प्रभावशाली प्रस्तुति दी। इस प्रस्तुति द्वारा सभी प्रतिभागियों को सफलतापूर्वक एवं प्रभावशाली ढंग से अपनी बातों और विचारों को प्रस्तुत करने के टिप्स दिए गए। इस के उपरांत रोटरी के पूर्व मंडलाध्यक्ष महेश केजरीवाल की सिंगापुर में कार्यरत सुपुत्री अनीशा ने हैप्पीनेस पर अपनी प्रस्तुति दी, जिस में उन्होंने आंतरिक खुशी की परिभाषा देते हुए बताया कि किस प्रकार हम संसाधनों की कमी के बावजूद प्रसन्नचित रह सकते हैं। तत्पश्चात राँची से आए रोटरी के पूर्व मंडलाध्यक्ष अजय छाबड़ा ने ‘नेतृत्व’ विषय पर अपने ओजस्वी भाषण से सभी को कुशल नेतृत्व के गूढ़ रहस्य बताए। उन्होंने बताया की किस प्रकार हम अपने अंदर मौजूद नेतृत्व के गुणों को निखार कर लोगों के बीच अपनी एक अमिट छाप छोड़ सकते हैं। उन की इस प्रस्तुति के उपरांत सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठी। केवल प्रतिभागी ही नहीं अपितु उपस्थित रोटेरियन एवं अन्य भी उन के इस ओजस्वी संबोधन से बहुत प्रभावित हुए।
तदोपरांत बोकारो स्टील प्लांट के असिस्टेंट सीनियर मैनेजर श्री आनंद कुमार जो एक कॉरपोरेट क्विज संचालक भी है ने प्रतिभागियों से बहुत ही रोचक प्रश्न पूछे एवं विद्यार्थियों ने भी इस में काफी जोश से भाग लिया। कई कठिन प्रश्नों के उत्तर भी दिए। श्री आनंद को बच्चों की इस प्रतिभा को देख कर काफी हर्ष हुआ और उन्होंने सब की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए उन के उज्जवल भविष्य की कामना की।
इस सत्र के उपरांत सब ने दोपहर का भोजन ग्रहण किया एवं रात्रि के रंग रंग ‘टैलेंट तड़का’ कार्यक्रम की तैयारी में जुट गए। कार्यक्रम में बच्चों ने अपने-अपने ग्रुप (ऊर्जा, उल्लास, उमंग एवं उड़ान) की ओर से विभिन्न प्रकार की प्रस्तुतियां दीं जिस में नृत्य, गीत, स्किड, कैटवॉक इत्यादि के द्वारा लोगों का उन्होंने भरपूर मनोरंजन किया और इस के पश्चात ‘बोनफायर’ का आनंद लेते हुए भांगड़ा के धुन पर मस्ती भरा डांस किया। इस पूरे कार्यक्रम का सफल संचालन रायला की निर्देशका रो. चंद्रिमा रे ने किया। इस के उपरांत रात्रि भोज जिसे सेना की भाषा में ‘बड़ा खाना’ भी कहते हैं में सभी बच्चों ने अत्यंत पौष्टिक एवं लजीज व्यंजन का आनंद लिया।