रिपोर्ट : नितीश मिश्र
राँची(खबर_आजतक): राजद प्रदेश महासचिव सह मीडिया प्रभारी कैलाश यादव ने भाजपा का हर घर तिरंगा झंडा लगाने का कार्यक्रम पर सवाल उठाया है और प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राष्ट्रीय तिरंगा जैसे पवित्र प्रतीक को भाजपा ने कई बार अपमान करने का काम किया है।
विदित हो कि मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री रहीं उमा भारती ने तिरंगे पर पैर रखने का काम किया था जिसके बाद मामला न्यायिक हुआ और काफी फजीहत होने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
वहीं कैलाश यादव ने बताया कि विगत वर्ष 2016- 17 में पूर्व मुख्यमंत्री वर्तमान उड़ीसा के राज्यपाल रघुवर दास के नेतृत्व में राँची पहाड़ी मंदिर पर जिला प्रशासन ने उर्मिला कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा विश्व का सबसे ऊँचा तिरंगा झण्डा लगाने का दावा किया गया था। लेकिन पहाड़ी मन्दिर पर जब से ऊँचा तिरंगा झण्डा लगाया तब से प्रतिदिन झण्डा का निरंतर अपमान होते रहा है।
तिरंगे का बार बार झुक जाना और फट जाना अद्यतन बनी रही। कई झण्डा बदलने के बाद भी स्थिति वैसे ही रही, जिस कारण आम लोगो के बीच में तत्कालीन रघुवर सरकार और प्रशासन पर सवाल उठते रहे। अंततः उसी बीच लगातार हो रहे राष्ट्रीय तिरंगे का अपमान के खिलाफ एवं इसकी रक्षा व सम्मान के लिए कैलाश यादव द्वारा झारखण्ड उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर किया गया। उस वक्त तत्कालीन मुख्य न्यायधीश बीरेंद्र सिंह ने तत्काल संज्ञान लेते हुए सरकार के असफल प्रशासन पर सवाल खड़ा करते हुए त्वरित कार्रवाई किया और पहाड़ी मंदिर से तिरंगा झंडा उतारने का आदेश जारी किया एवं इस विषय पर मुख्य न्यायधीश द्वारा आदेश पत्र में याचिकाकर्ता को निर्देश दिया गया कि आप राँची जिला उपयुक्त पर क्रिमिनल केस कर सकते हैं लेकिन मैने ब्यूरोक्रेट का सम्मान करते हुए ऐसा नहीं किया। इसलिए मेरा स्पष्ट तौर पर कहना है कि भाजपा का देशभर में हर घर तिरंगा लगाने का कार्यक्रम सिर्फ ढोंग और बनावटी नाटक है।
राजद की ओर से सुझाव है कि भाजपाइयों को राष्ट्रीय तिरंगे का अपमान करने बजाय पहले सम्मान करना सीखना चाहिए।