मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने संस्थान के पूर्ववर्ती छात्र को किया सम्मानित कहा- “बी.आई.टी मेसरा राज्य का
आइकॉन
नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने बी आई टी मेसरा के 69वाँ स्थापना दिवस के मौके पर कहा कि बी.आई.टी मेसरा झारखंड प्रदेश का गौरव है। इस संस्थान के विद्यार्थी देश-विदेश में सेवा दे रहा है। राज्य को इस संस्थान ने हजारों की संख्या में इंजीनियर, आई.ए.एस, आई.पी.एस दिया। बी.आई.टी मेसरा आज एक नए आयाम को छू रहा है। इस संस्थान के साथ जुड़े हुए लोग और इनकी ईमानदार प्रयास के वजह से संस्थान और तेजी से आगे बढ़ रहा है। हमारे लिए हर्ष और खुशी की बात है कि ऐसे संस्थान हमारे राज्य में स्थित है। आज मेरे लिए सौभाग्य की बात है। इस संस्थान में मुझे एक छात्र से एक अभिभावक बनने का अवसर प्राप्त हुआ।
इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यह घोषणा करते हुए कहा कि बी.आई.टी मेसरा से संबंधित जो भी समस्याएँ होंगी। हर छोटी-बड़ी समस्याओं का निष्पादन के लिए सरकार सिंगल विंडो सिस्टम की घोषणा करता है। झारखंड सरकार सभी समस्याओं को गंभीर रुप से सुनेगी और निष्पादन भी करेंगी।
झारखंड का गौरव है बी.आई.टी मेसरा
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि बी.आई.टी मेसरा राज्य की पहचान है। इस संस्थान ने हजारों की संख्या में इंजीनियर आईएएस आईपीएस राज्य को दिया है। हमने ऐसा वक्त भी इस परिसर में बिताया है जिस वक्त देश बड़े बदलाव की ओर बढ़ रहा था। उस वक्त देश का तीसरा तकनीकी संस्थान बीआईटी मेसरा के रुप में इस प्रदेश में बना। यह हमारे लिए गौरव की बात है।
मुख्यमंत्री ने याद किया संस्थान में बिताए पुराने दिन
इस दौरान अपने छात्र जीवन को याद करते हुए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि एक ऐसा वक्त था जब इस परिसर के आसपास में जंगल हुआ करता था। अब हालात बदल गए हैं। हॉस्टल की संख्या में वृद्धि हुई है। पहले 7 हॉस्टल हुआ करता था और आज 14 हॉस्टल हो गए है। आसपास के क्षेत्र में भी काफी विकास हुआ है। मुख्यमंत्री ने कैंपस की खूबसूरती की तारीफ करते हुए कहा कि जब कभी मैं हेलीकॉप्टर से संस्थान के ऊपर से जाता हूं। तब जरुर मैं अपने मोबाइल फोन के माध्यम से तस्वीर खींचता हूँ।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार क्वालिटी एजुकेशन पर लगातार काम कर रही है। शिक्षा व्यवस्था बेहतर हो इसके लिए सरकार ने 80 उत्कृष्ट विद्यालय बनवाया है। जहाँ के शिक्षकों को आई.एम जैसे संस्थाओं से ट्रेनिंग दी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड को प्रकृति ने बहुत सलीके से सजाया है। जमीन के अंदर खनिज संपदा है तो जमीन के बाहर खूबसूरत वादियाँ है। हमारे यहाँ यूरेनियम कॉरपोरेशन जैसी बड़ी कंपनियां काम कर रही है। झारखंड एकमात्र ऐसा राज्य है जो भारतीय रेलवे को सबसे ज्यादा योगदान देता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज धड़ल्ले से पेड़ काटा जा रहा है। शहर के बड़े-बड़े तालाब सूखने लगे हैं। आज हमें मानव निर्मित समस्याओं से लड़ने की जरूरत है। जब तक आम आदमी जागरुक नहीं होगा तब तक हम प्रकृति को नहीं बचा सकते।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि झारखंड एकमात्र देश का पहला राज्य है। जहाँ आदिवासी, पिछड़ा, अल्पसंख्यक बच्चों को 100% छात्रवृत्ति के साथ विदेश पढ़ाई के लिए भेजा जा रहा है। आज झारखंड शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। नीति आयोग की टीम ने भी हमारे इस उपलब्धता पर हमारी सराहना की है।
बी.आई.टी मेसरा के पूर्ववर्ती छात्रों को किया गया सम्मानित
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बी.आई.टी मेसरा के पूर्वर्ती छात्रों को सम्मानित किया। जहाँ विशिष्ट शिक्षक पुरस्कार के रूप में प्रोफेसर सुब्रतो सेनगुप्ता, प्रोफेसर सुरेंद्र कुमार, प्रोफेसर आर सुकेश कुमार, प्रोफेसर अशोक मिश्रा, एवं प्रोफेसर मंदिरा मुखर्जी को सम्मानित किया। वहीं प्रतिष्ठित पूर्व छात्र पुरस्कार के रुप में गणेश नटराजन, संजय नायक, रमेश प्रसाद, सुरेंद्र चड्ढा, अमित चौधरी, एवं अनामिका झा को सम्मानित किया।
इस मौके पर समारोह में कुलपति डॉ. इंद्रानिल मन्ना, निदेशक और समूह सीईओ सिलिकॉन इंटरफेस और इन्फोवेव डॉ. सुभाष बासू, रजिस्ट्रार डॉ संदीप दत्ता, डीन (पूर्व छात्र और अंतर्राष्ट्रीय संबंध) डॉ. रितेश सिंह, संस्थान के पूर्ववर्ती छात्र एवं शिक्षक- शिक्षिका उपस्थित थे।