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मृत उत्पाद सिपाही के अभ्यर्थियों के आश्रित परिवार को ₹50 लाख मुआवजा अविलंब दे सरकार : विजय शंकर

रांची (ख़बर आजतक) : उत्पाद सिपाही मे आदिवासी मूलवासी अभ्यर्थियों जिनकी दौड़ने के दौरान किन कारणो से मौत हूई है उन कारणो की जांच कराए सरकार और मृत उत्पाद सिपाही के अभ्यर्थियों के आश्रित परिवार को 50 लाख मुआवजा अविलंब देने का पहल करे सरकार.उपरोक्त बातें आज आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केंद्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक प्रत्याशी विजय शंकर नायक उत्पाद सिपाही दौड़ के दौरान हो रहे बेरोजगार भाइयों की मौत पर अपनी प्रतिक्रिया में उक्त बातें कही । इन्होंने यह भी कहा कि यह अप्रत्याशित घटना एवं सोचनीय प्रश्न है । उत्पाद सिपाही की नियुक्ति के लिए हुए दौड़ प्रतियोगिता में करीब 10 लोगों की दौड़ने से हुई मौत पर चिंता व्यक्त करते हुए सरकार से मांग किया की इन घटनाओं एवं हुई मौत की विशेष कमेटी बनाकर इसकी जांच होनी चाहिए क्योंकि जितने सेना के बहाली में बेरोजगार युवाओं की मौत नहीं होती है उतना मौत एक उत्पाद सिपाही की नियुक्ति में दौड़ने से हुई है जो जांच का विषय है और जो भी दोषी पाए जाए उसे पर कार्रवाई सख्त से सख्त होनी चाहिए
श्री नायक ने आगे कहा की आदिवासी मूलवासी बेरोजगार साथियों की असमय मौत ने पूरे राज्य को झकझोड़ने का काम किया है और सोचने पर मजबूर किया है इसलिए सरकार किंतु परंतु ना करते हुए इन कारणो की सत्यता से गहन रूप से जांच करें ताकि असमय मौत के गाल में सामने वाले युवाओं के हुई मौत के कारणो को जाना जा सके और भविष्य में सबक इससे सरकार ले सके ।
श्री नायक ने आगे कहा है कि सरकार तुरंत इन अभयारथीयो के परिवार के लोगों को 50 लाख रुपया तत्काल रूप से मुआवजा देने का काम करें तथा उनके आश्रित परिवारों को हर एक घर से एक नौकरी दिया जाना चाहिए ताकि जिनके घर ऐसी घटना घटी हो उसके दुख पर मरहम पट्टी लगाया जा सके और उनके दुख को हल्का किया जा सके ।

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