रिपोर्ट : नितीश मिश्र
राँची (ख़बर आजतक) : जमशेदपुर पूर्वी सीट से विधायक और पूर्व मंत्री सरयू राय की मुश्किलें मैनहर्ट कंपनी ने बढ़ा दिया है। कंपनी ने सरयू राय पर 100 करोड़ रूपये के मानहानि का आरोप लगाते हुए राँची सिविल कोर्ट में मुकदमा दर्ज किया है। दाखिल आवेदन में कहा गया है कि सरयू राय के कारण मेसर्स मैनहर्ट सिंगापुर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को विवादित बनाते हुए बार-बार मुद्दा उठाते रहे हैं। इससे कंपनी की छवि खराब हो रही है।
दरअसल, राँची में 2005-06 में सीवरेज-ड्रेनेज के लिए मैनहर्ट कंपनी को जिम्मेदारी दी गई थी लेकिन काम पूरा नहीं हुआ इसकी जाँच कराने की माँग सरयू राय ने की। मामला एसीबी और कोर्ट तक पहुंचा लेकिन कंपनी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं हुआ। कोर्ट ने मामले को खारिज करते हुए सरयू राय को इस मामले में किसी थाने में कंप्लेन करने की सलाह दी, इसके बाद सरयू राय ने राँची के थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।
वही दूसरी ओर अब मैनहर्ट कंपनी ने सरयू राय की घेराबंदी शुरू कर दी है। कंपनी ने कहा है कि तत्कालीन सरकार ने सरयू राय के मुताबिक निर्णय नहीं लिया तो मामले को विवादित करते रहे। उन्होंने इस मुद्दे पर किताब लिखकर भी कंपनी की मानहानि की है। इसलिए उनपर केस चलाया जाए। कंपनी ने दावा किया है कि राँची में वर्ष 2005-06 में सीवरेज-ड्रेनेज के कंसल्टेंसी के संबंध में प्रारंभ से लेकर अंत कर सारे निर्णय कैबिनेट या सक्षम स्तर से लिए गए हैं।
सरयू राय ने कहा :-
विधायक सरयू राय ने कहा कि सिंगापुर की मैनहर्ट कंपनी ने मेरे खिलाफ 100 करोड़ के मानहानि का दावा करते हुए रांची सिविल कोर्ट में केस दर्ज कराया है। मैं इस मुक़दमा का मुंहतोड जवाब दूँगा। कंपनी ने मुझे एक मौक़ा दिया है कि झारखंड में राज्यहित और जनहित के विरूद्ध काम करने वालों के चेहरे से नक़ाब हटा सकूँ। अयोग्य रहने के बावजूद मेनहर्ट का चयन राँची शहर का सिवरेज- ड्रेनेज निर्माण का परामर्शी तत्कालीन नगर विकास मंत्री ने 2005-06 में किया। इसका पूरा विवरण मेरी पुस्तक लम्हों की ख़ता में मौजूद है। कोई भी यह पुस्तक मेरी वेबसाईट saryuroy.in में देख सकता है।