अभाविप कार्यकर्ताओ की चुनौती सब के सामने रहती है : डॉ याज्ञवल्क्य शुक्ल
नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् राँची महानगर द्वारा अभाविप के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल दायित्व ग्रहण करने के बाद प्रथम बार बिरसा मुण्डा की धरती झारखंड आगमन पर, झारखण्ड प्रान्त के कार्यकर्ताओ में खुशी और उल्लास की लहर है। राष्ट्रीय महामंत्री के आगमन के दौरान राँची महानगर कार्यकर्ताओं द्वारा भव्य स्वागत, अभिमन्दन एवम शोभायात्रा राँची रेलवे स्टेशन से लेकर केंद्रीय पुस्तकालय मोराबादी तक किया गया।
केंद्रीय पुस्तकालय सभागार में नवनिर्वाचित अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री का अभिनंदन समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मंच संचालन प्रेम प्रतीक ने किया। इस दौरान मंच पर क्षेत्रीय संगठन मंत्री निखिल रंजन, प्रदेश अध्यक्ष डॉ ओपी सिन्हा, प्रदेश मंत्री सोमनाथ भगत जी, राष्ट्रीय कार्यसमिती सदस्य विनीता इंदवार, विशेष आमंत्रित सदस्य पंकज कुमार, प्रदेश आयाम प्रमुख नाथू गाड़ी, पूर्व प्रांत अध्यक्ष डॉ राजीव कुमार , महानगर मंत्री रोहित ने संयुक्त रूप से मंच पर उपस्थित थे।
राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल आठवीं कक्षा उत्तीर्ण करने के उपरांत 2003 से अभाविप के संपर्क में आए। पूर्व में कालेज सह मंत्री, नगर कोषाध्यक्ष, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रहे। 2007 में सतगुरु जगजीत सिंह नामधारी महाविद्यालय के निर्वाचित छात्र संघ अध्यक्ष एवं राँची विश्वविद्यालय के निर्वाचित छात्र संघ उपाध्यक्ष रहे। 2009 से पूर्णकालिक कार्यकर्ता हैं। पूर्व में रांची महानगर संगठन मंत्री, गुमला जिला संगठन मंत्री, कोल्हान विश्व विद्यालय संगठन मंत्री, राँची विश्व विद्यालय एवं कोल्हान विश्व विद्यालय संगठन मंत्री, राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद सदस्य, सीडब्ल्यूसी सदस्य एवं वर्ष 2015 से 2021 तक झारखंड प्रांत के प्रांत संगठन मंत्री रहे, वर्ष 2018 में भारत सरकार द्वारा आयोजित यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत श्रीलंका यात्रा का प्रतिनिधित्व भी किया है।
इस दौरान राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थी परिषद् के कार्यकर्ताओ की चुनौती सब के सामने रहती है। ये मैं कौन हुँ मेरी यात्रा क्या है? जिस परंपरा को हम सभी ने सुरु से अपनाया है। हमारे आदर्श भगत सिंह,राज गुरु, हुआ करते थे, विद्यार्थी परिषद् में आने के बाद ऐसा लगा की यहाँ से भी चंद्रशेखर आजाद और भगत सिंह बनते है,और यहाँ सभी कार्यकर्ताओ में राष्ट्रभक्ति का भाव विकशित किया जाता है। कार्यकर्ता जिस चीज के लिए जीवन भर सोचता है, ओर उस परिस्थिति में जो आप कभी कल्पना नही कर सकते है ऐसे चीजो के बारे में संगठन के कार्यकर्ता सोचते है। विद्यार्थी परिषद् के 45 लाख कार्यकर्ता पूरे भारत वर्ष में है। विद्यार्थी परिषद् के कार्यकर्ताओ को मृदभाषी ओर विद्यार्थी परिषद् के काम कर संगठन विश्वास और श्रद्धा होना कार्यकर्ताओं की पहचान है, और संगठन के हर एक मनोस्थिति के साथ चलने की मनोस्थिति हमारी है। तो मुझे लगता है कि जिसे आप कल्पना से परे मानते है। वो आपके जीवन मे साकार हो सकता है अगर आप विद्यार्थी परिषद् के निर्णय के प्रति आप निष्ठा से कम करते है ओर विद्यार्थी परिषद् के अगले पंक्ति के लिए तत्पर है ये भाव लेकर चलेंगे तो विद्यार्थी परिषद् के कार्यकर्ता होने की अनुभूति ही सबसे अच्छी है। मेरे जो भी यात्रा है वो विद्यार्थी परिषद् के कारण से है। विद्यार्थी परिषद् कार्यकर्ता हर परिस्थिति में एक दूसरे के साथ खड़े रहते है। विद्यार्थी परिषद् केवल एक छात्र संगठन नही है ये एक प्रवाह है और उस परवाह में असंख्य कार्यकर्ता का निर्माण करने की क्षमता है और हम उस क्षमता की साक्षी है।
अभाविप के झारखंड बिहार के क्षेत्रीय संगठन मंत्री निखिल रंजन ने कहा कि विद्यार्थी परिषद ही एक मात्र ऐसा संगठन है जो अपने छात्र संघ चुनाव के दौरान ऐसे उम्मीदवार को खड़ा करती है जो कि एक निष्ठ होकर राष्ट्रवाद को प्रेरित रहते हैं एवं राष्ट्र के प्रति जीवन भर समर्पित रहते हैं। विद्यार्थी परिषद में राष्ट्रीय महामंत्री बनना कोई आसान बात नही है। झारखंड और बिहार के लिए गौरवपूर्ण क्षण है जिससे आने वाली विद्यार्थी परिषद की पीढ़ियां सीख लेती रहेगी।
इस मौके पर अभाविप के पूर्व कार्यकर्ता रमेश पुष्कर, पवन साहू, धर्मेंद्र कुमार, सत्यदेव मुंडा आशीष सिंह, आशीष आनंद, अटल पांडेय, आशुतोष सिंह, संजय महतो, आनंद ठाकुर, प्रकाश, मयंक रंजन, रामकिशोर,पूजा सिंह, गुड़िया सिंह , कंजीव लोचन आनंद पांडे समेत सभी पूर्व कार्यकर्ताओं ने बधाई एवं ढेरों शुभकामनाएं दी।
इस अभिनंदन समारोह कार्यक्रम में मौके पर झारखंड प्रदेश के संगठन मंत्री राजीव रंजन, राष्ट्रीय खेल संयोजक पल्लवी गाड़ी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रोमा तिर्की, राँची विश्वविद्यालय का संयोजक दुर्गेश यादव, अंकित सिंह, अंकित सिंह, आदित्य , प्रोफेसर मयंक रंजन सहित अन्य उपस्थित थे।