प्रेसवार्ता में प्रवीण प्रभाकर और संजय मेहता ने उठाए सवाल, सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की अनदेखी का लगाया आरोप
नितीश मिश्र, राँची
राँची (खबर आजतक): आजसू पार्टी ने झारखंड में नगर निकाय चुनावों में ओबीसी आरक्षण सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक ट्रिपल टेस्ट प्रक्रिया में व्यापक गड़बड़ी का आरोप लगाया है। पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में वरिष्ठ नेता और झारखंड आंदोलनकारी प्रवीण प्रभाकर तथा युवा नेता संजय मेहता ने राज्य सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि झामुमो–कांग्रेस गठबंधन पिछड़ा वर्ग के साथ अन्याय करने की साजिश रच रहा है।

प्रवीण प्रभाकर ने कहा कि ट्रिपल टेस्ट की प्रक्रिया में पारदर्शिता का पूर्ण अभाव है। उन्हें कई क्षेत्रों से शिकायतें प्राप्त हो रही हैं कि डोर-टू-डोर सर्वे जैसी कोई प्रक्रिया धरातल पर नहीं हुई है। उन्होंने माँग की कि राज्य सरकार ट्रिपल टेस्ट प्रक्रिया की सभी जानकारियाँ सार्वजनिक करे, क्योंकि बगैर पारदर्शिता के यह रिपोर्ट पिछड़े वर्ग के साथ विश्वासघात होगी।
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का हवाला देते हुए कहा कि नगर निकाय चुनावों में ओबीसी आरक्षण के लिए ट्रिपल टेस्ट अनिवार्य है, जिसमें पिछड़े वर्ग की जनसंख्या, सामाजिक-आर्थिक स्थिति और राजनीतिक प्रतिनिधित्व का आकलन जरूरी है। लेकिन राज्य सरकार इस प्रक्रिया को गंभीरता से न लेकर केवल दिखावा कर रही है।
युवा नेता संजय मेहता ने सवाल उठाया कि सर्वे के लिए चयनित संस्थाओं का चयन किन मापदंडों के आधार पर किया गया है? डाटा संग्रह कैसे