नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): बाबा कार्तिक उराँव की पुण्यतिथि पर गुरुवार को केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय कार्यालय तेरह आर आई टी बिल्डिंग कचहरी परिसर में बाबा कार्तिक उराँव के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई। इस मौक़े पर केन्द्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि पंख राज बाबा कार्तिक उराँव आदिवासियों के मसीहा थे। वे कुशल अभियंता दूरदृष्टा एवं कुशल प्रशासक थे। बाबा कार्तिक उराँव के द्वारा 20 वर्ष की काली रात नामक पुस्तक लिखी गई थी जिसमें मूल आदिवासियों के साथ हो रहे उनके शोषण अत्याचार साथ उनके हक़ अधिकार को कैसे नष्ट किया जा रहा है, उनका ज़िक्र किया गया है। कार्तिक उराँव धर्मांतरित लोगों के द्वारा मूलआदिवासियों का हक़ अधिकार को लुट रहे हैं जिसका विरोध किया कौर ने किया। कार्तिक उराँव ने प्राकृतिक ‐ पूजक आदिवासियों का अलग धर्म कोर्ड की माँग संसद में उठाया था।
इस मौक़े पर अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद अध्यक्ष सत्यनारायण लकड़ा, केंद्रीय सरना समिति के संरक्षक भुवनेश्वर लोहरा, विमल कच्छप, बाना मुण्डा, धर्म कुमार, मुकुल कुमार आदि शामिल थे।