नितीश मिश्र, राँची
राँची (खबर_आजतक): कोल इंडिया लिमिटेड की अनुषंगी कंपनी सीएमपीडीआई ने होटल रेडिशन ब्लू में “फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी (एफएमसी) परियोजनाओं की चुनौतियों” पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की। इसका उद्देश्य हितधारकों, नीति निर्माताओं व विशेषज्ञों को कोयला परिवहन की पर्यावरणीय चुनौतियों और नवाचारों पर विचार हेतु एक मंच देना था।

कार्यशाला का उद्घाटन कोल इंडिया के चेयरमैन पी.एम. प्रसाद ने अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ किया। अपने संबोधन में उन्होंने एफएमसी को कोयला परिवहन की कुशलता और स्थायित्व के लिए आवश्यक बताया। सीएमपीडीआई के सीएमडी मनोज कुमार ने इसे कोयला क्षेत्र के लिए रणनीतिक प्राथमिकता बताया।
एफएमसी परियोजनाएं मशीनरीकृत कोल हैंडलिंग, साइलो और रैपिड लोडिंग सिस्टम के माध्यम से सड़क परिवहन को कम कर दक्षता बढ़ाती हैं। साथ ही, ये कार्बन उत्सर्जन, धूल और चोरी में भी कमी लाती हैं, जो भारत की नेट ज़ीरो प्रतिबद्धताओं से मेल खाता है।
कार्यशाला में सीआईएल, सीसीएल, डब्ल्यूसीएल सहित अन्य कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी व तकनीकी विशेषज्ञ उपस्थित रहे।