नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): राँची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा ने शनिवार को “विश्वविद्यालय कॉलेज के द्वार” कार्यक्रम की जे एन कॉलेज में शुरुआत करते हुए अपने संबोधन में कहा कि छात्र छात्राओं में असीम प्रतिभा है और इसे निखारने का बीड़ा हम तमाम शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की जिम्मेदारी है। उन्होंने यह भी कहा कि इससे विश्वविद्यालय की आधार मूत संरचनाओं को विकसित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। कुलपति ने पूरे कॉलेज परिसर, लैब, लाइब्रेरी का निरिक्षण किए साथ ही एवं इन्हें बेहतर बनाने का सलाह दीए। महाविद्यालय के इतिहास में ऐसा यह पहला कार्यक्रम है जहाँ विश्वविद्यालय की रजिस्ट्रार, एफ.ओ.आई. क्यू. ए. सी. संमनवयक, मैम्बर के साथ साथ पूरा विश्वविद्यालय प्रशासन, जे एन कॉलेज को एक मॉडल कॉलेज बनाने के लिए कॉलेज परिसर मे उपस्थित होकर चिन्तन और मंथन किया गया।
डॉ० स्मृति सिंह नें जे एन कॉलेज के नैक प्रेजेन्टेशन को देखकर महत्वपूर्ण सलाह यह दी कि कॉलेज के लोगो का विस्तृत व्यख्या एवं पुर्व में नैक निरिक्षन टीम के द्वारा दिये गये सजेशन को पूरा करने संबंधित साक्ष्य के साथ अपने नैक प्रेजेन्टेशन में दर्शना। इस क्रम में शनिवार को जे एन कॉलेज मे नैक के द्वितीय चरण की तैयारी हेतू महाविद्यालय की IQAC टीम के द्वारा पॉवर पॉइन्ट के द्वारा प्रेजेन्टेशन दिया गया तथा अब तक की गई तैयारियों का व्यौरा रखा गया।
इस कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत करते हुए प्राचार्य डॉ. अबरार अहमद ने कहा कि राँची विश्वविद्यालय का जे एन कॉलेज एक मॉडल कॉलेज के रुप में देख जाएगा उनके नेतृत्व में महाविद्यालय नित नई उपलधियां हासिल करने के लिए अग्रसर है।
इस कार्यक्रम को डॉ गौरीशंकर झा, सलाहकार IQAC एवं डॉ स्मृति सिंह, विशिष्ट कार्यपदाधिकारी ने भी संबोधित किया।
इस दौरान धन्यवाद ज्ञापन डॉ० एस. एन. उराँव, वनस्पतिशास्त्र विभाग ने किया।
इस कार्यक्रम में डॉ राजेश, डॉ जगदीश, डॉ पुष्कार, डॉ प्रमोद, डॉ इन्दु, डॉ नेहा, डॉ० समीर, डॉ० विनीत, डॉ० दिलीप, डॉ० अनिल, डॉ० विद्या, डॉ० सिन्कू, डॉ० टूडू, डॉ० राणा, डॉ० चौरसिया, डॉ० आई पी सिंह, सना, दीपांजली, मीना, प्रतिभा आदि उपस्थित थे।