नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक) : राँची विश्वविद्यालय के 36वें दीक्षांत समारोह का भव्य आयोजन मंगलवार को मोराबादी परिसर स्थित दीक्षांत मंडप में संपन्न हुआ। इस समारोह में 65 टॉपरों को गोल्ड मेडल प्रदान की गई। साथ ही 2859 छात्रों को भी उपाधि प्रदान की गई। इसमें पीजी विभागों के टॉपर, पीएचडी तथा अपने विषयों के टॉपर छात्रों को कुलाधिपति सीपी राधाकृष्णन ने स्वयं स्वर्ण पदक देकर सम्मानित किया। इस दीक्षांत समारोह में छात्रों ने पारंपरिक परिधान कुर्ता पजामा या धोती वहीं छात्राओं ने सलवार कुर्ता या झारखंड की पहचान लाल पाढ़ साड़ी में अपनी उपाधि को प्राप्त किया।
कुलपति प्रो. डॉ. अजीत कुमार सिन्हा ने भी छात्रों को उपाधि प्रदान किया। इस भव्य दीक्षांत समारोह कार्यक्रम का सोशल मीडिया पर लाइव प्रसारण भी किया गया। इस दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि राज्यपाल सह कुलाधिपति सी.पी. राधाकृष्णन थे। इस कार्यक्रम का शुभारंभ कुलाधिपति सी.पी. राधाकृष्णन, कुलपति राँची विश्वविद्यालय प्रो.डॉ. अजीत कुमार सिन्हा, ओएसडी जे एम.सी. नारायण, प्रतिकुलपति आरयू डॉ. अरुण कुमार सिन्हा व अन्य ने द्वीप प्रज्जवलित कर किया। परफॉर्मिंग एंड फाइन आर्ट विभाग के छात्रों ने राष्ट्रगीत और कुलगीत प्रस्तुत किया। इसके बाद कुलपति तथा राँची विश्विद्यालय के अन्य वरीय पदाधिकारियों ने कुलाधिपति को स्मृतचिन्ह और पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। इस मंच पर कुलाधिपति द्वारा 36वें वार्षिक दीक्षांत के स्मारिका का विमोचन भी किया गया। कुलपति ने अपने स्वागत भाषण में कुलाधिपति का आभार जताते हुए राँची विश्वविद्यालय के छात्रों को दीक्षित होने के लिए शुभकामनाएँ दीं।
राँची विश्विद्यालय उच्च और रोजगारपरक शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर अग्रसर : डॉ अजीत कुमार सिन्हा
कुलपति प्रो. डॉ. अजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि आज शिक्षा के बाद दीक्षा दी जा रही है जिसमें हमारे विद्यार्थी दीक्षित होने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज का भारत युवाओं का भारत है और राँची विश्वविद्यालय के छात्रों ने कई क्षेत्रों में राज्य एवं विवि का गौरव बढ़ाया है। हमारे छात्रों ने हर क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है। एशियन गेम्स में मेडल, योग में मेडल, खेल में सलीमा टेटे और फिजिक्स डिपार्टमेंट से पढ़कर निकले गॉड पार्टिक्ल की खोज में काम करने वाले वैज्ञानिक डॉ. सिद्धार्थ का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि हमारा अतीत समृद्ध रहा है। सुदूर गाँवों से आने वाले छात्रों ने भी यहाँ से पढकर अपने कार्यक्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है।
अब हम भविष्य को देखते हुये कला संस्कृति, साइबर सिक्युरिटी, खेल,जलवायु परिवर्तन और रिसर्च के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं और आइआइटी दिल्ली, बीएयू, बीआईटी मेसरा, डिफेंस व अन्य के साथ एमोयू कर रहे हैं।
साइबर सिक्युरिटी की पढाई में हम जल्द ही अग्रणी होंगे और झारखंड साइबर सिक्युरिटी हब बनेगा। राँची विवि का टीआर एल और एंथ्रोपोलॉजी विभाग झारखंड की भाषा और संस्कृति की रक्षा कर रहा है वहीं ग्लोबल वार्मिंग जैसे विषयों को लेकर हम गंभीर हैं। हम सदैव रांची विवि के छात्रों को तराशने के लिये प्रयासरत हैं। उन्होंने छात्रों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि आप छात्र जहाँ भी रहें वहाँ विवि का नाम रौशन करें।
अपनी शिक्षा की बदौलत हम वैश्विक गुरू बनने की ओर अग्रसर: कुलाधिपति
राज्यपाल सह कुलाधिपति सी.पी. राधाकृष्णन ने जोहार से प्रांरभ कर अपने संबोधन में छात्रों, कुलपति एवं राँची विश्विद्यालय के सभी पदाधिकारियों को शुभकामनाएँ दी और कहा कि अपने शिक्षा की शक्ति की बदौलत ही आज भारत वैश्विक गुरु बनने की ओर अग्रसर है। हाल के कुछ वर्षों में भारतीय युवाओं ने अपनी शिक्षा से विश्व के सभी बड़े संस्थानों, उद्यमों के शीर्ष स्थानों को प्राप्त किया है। मुझे यह देखकर बहुत प्रसन्नता होती है कि आज यूरोप अमेरिका हमारी ओर देख रहे हैं। राष्ट्र का सम्मान विश्व की नजर में बढ़ा है तो इसका कारण हमारी शिक्षा, हमारे संस्कार और देश की युवा शक्ति हैं। उन्होंने कहा कि हमें अपनी भाषा और संस्कृति पर गर्व करना चाहिए। अपनी क्षेत्रिय एवं मातृभाषा को जानने के साथ ही अंग्रेजी को भी सीखना आवश्यक है ताकि हम सारे विश्व के बारे में जान सकें।
कुलाधिपति सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि जितनी समृद्ध हमारी शिक्षा है, जैसे परिश्रमी हमारे युवा है, जैसी ज्ञान और शोध की हमारी शक्ति है उससे मैं आश्वस्त हूँ कि हम जल्द ही विश्वगुरु बनेंगे।
राँची विश्वविद्यालय के इस 36वें दीक्षांत समारोह के अवसर पर कुलपति प्रो. डॉ. अजीत कुमार सिन्हा के साथ प्रतिकुलपति डॉ. अरूण कुमार सिन्हा, कुलसचिव डॉ. मुकुंद चंद्र मेहता, डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. प्रीतम कुमार, एफए डॉ. देवाशीष गोस्वामी , सीसीडीसी डॉ. पी.के.झा, परीक्षा नियंत्रक डॉ. आशीष कुमार झा, एफ.ओ. डॉ. कुमार आदित्यनाथ शाहदेव, डीएसडब्ल्यू डॉ. सुदेश साहु, डिप्टी डायरेक्टर वोकेशनल डॉ. स्मृति सिंह व राँची विश्वविद्यालय के सभी विभगों के हेड, डीन, प्राध्यापक व अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम में कुलसचिव आरयू डॉ. मुकुंद चंद्र मेहता तथा डिप्टी डायरेक्टर वोकेशनल डॉ. स्मृति सिंह ने मंच संचालन किया। इस दौरान धन्यवाद ज्ञापन प्रोवीसी डॉ. अरुण कुमार सिन्हा ने किया।