कैलाश यादव ने हिमंता पर साधा निशाना, कहा ‐ “हिमंता झारखण्ड के धरती का सम्मान करें न कि नफरती भाषा का प्रयोग करें”
नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): राजद प्रदेश कार्यालय प्रांगण में विश्व आदिवासी दिवस महोत्सव पर राजद महासचिव सह मीडिया प्रभारी कैलाश यादव के नेतृत्व में राजद नेताओं ने पौधारोपण किया। इस अवसर पर कैलाश यादव ने कहा कि आदिवासियों का इतिहास पौराणिक काल से है और इनका जुड़ाव सृष्टि से है। भगवान बिरसा की पवित्र भूमि के वंशज तमाम आदिवासी भाइयों को विश्व आदिवासी दिवस बधाई दी और कहा कि राज्य के युवा मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के जन्मदिन पर राजद की ओर से उनको दीर्घायु होने की बधाई दी।
वहीं राजद प्रदेश महासचिव कैलाश यादव ने कहा कि एक वृक्ष लगाना दस पुत्र के समान है। इसलिए सूक्ष्म पर्यावरण और जलवायु के लिए सभी लोगो को वृक्ष लगाने की जरूरत हैं। साथ ही कैलाश यादव ने कहा कि राज्य में आदिवासी भाई अभी भी बहुमुखी विकास से काफी पीछे है। इनके समृद्धि के लिए एवं जल जंगल जमीन की रक्षा के लिए सभी को मिलजुल कर सकारात्मक एवं नि:स्वार्थ भाव से काम करना होगा। लेकिन अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण विषय है राज्य निर्माण के बाद से लगभग 19 वर्षों से आदिवासी समाज के विभिन्न लोग मुख्यमंत्री बनते रहें लेकिन सभी ने व्यक्तिगत स्वार्थ छोड़कर कभी गंभीरतापूर्वक इनके लक्षतपूर्ति पर ध्यान नहीं रखा।
अभी वर्तमान में विगत 2019 से महागठबंधन की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने इनकी मजबूती के लिए कई ऐतिहासिक पहल और अभूतपूर्व निर्णय लिया है।
इस अवसर पर कैलाश यादव ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री हिमंता विस्वा सरमा झारखंड के धरती का सम्मान करे न कि नफरती भाषा का प्रयोग करें। जो स्वयं आयातित मुख्यमंत्री हो वो झारखण्ड के डेमोग्राफी की बात कैसे कर सकते ? राज्य में घुसपैठी शब्द का प्रयोग कर लोगो में ध्रुवीकरण का असफल कोशिश कर रहे जिससे भाजपा को राजनीतिक फायदा के जगह जबरदस्त हानि होगी।
इस कार्यक्रम में वरिष्ठ नेता राजेश यादव, शब्बर फातमी, रामकुमार यादव, चन्द्रशेखर भगत, गफ्फार अंसारी, महादेव ठाकुर, जैनेन्द्र राय, राम इकबाल चौधरी, अदिल हुसैन अंसारी, शालिग्राम पाण्डेय, लालू साहू, प्रो गोपाल यादव, डॉ सत्यनारायण सिंह मौजूद थे।