रिपोर्ट : पंकज सिन्हा
पेटरवार (ख़बर आजतक) : पेटरवार क्षेत्र में वट सावित्री पूजा चतुदर्शी तिथि के दिन अर्थात अमावस्या के एक दिन पहले ही महिलाओं की ओर से पूजा अर्चना की गई। पेटरवार की महिलाओं ने रघुनाथ पुरम में स्थित छठ तालाब एवं प्रखंड कार्यालय के पीछे स्थित विशेश्वर धाम मंदिर में वट वृक्ष के नीचे बैठकर पूजा – अर्चना की और अपने पति की लम्बी आयु की कामना की। बताया की यह पर्व महिलाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस दिन पत्नी अपने पति की लंबी उम्र और सुखद वैवाहिक जीवन के लिए ये व्रत रखती है जबकि यह पर्व ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या के दिन वट सावित्री व्रत को मनाया जाता है जबकि वट सावित्री का व्रत 5ओर 6 जून को है।
पेटरवार की महिलाएं ने कहा कि वट सावित्री पूजा में पहले सावित्री, सत्यवान और यमराज की मूर्ति वट वृक्ष के नीचे बनाया जाता है उसके बाद वट वृक्ष की जड़ में जल, फूल-धूप और मिठाई से पूजा – अर्चना की जाती है और इसके बाद कच्चा सूत लेकर वट वृक्ष की परिक्रमा करते हुए सूत तने में लपेटते है फिर भीगा चना लेकर सावित्री सत्यवान की कथा सुनते है उसके बाद पत्नी अपने पति को पंखे से झलकर आशीर्वाद लेती है और शरबत पीकर अपना उपवास तोड़ती है।