रिपोर्ट : नितीश मिश्र
राँची (ख़बर आजतक) : विधानसभा में चल रहे प्रश्नकाल के दौरान सरयू राय और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता फिर उलझ गए। सरयू ने फार्मेसी काउंसिल पर सवाल खड़ा किया। कहा- स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने अनधिकृत रूप से काउंसिल के रजिस्ट्रार पद पर ऐसे व्यक्ति को नियुक्त कर लिया है, जिसके पास उपयुक्त योग्यता नहीं है।
काउंसिल की अब तक नियमावली भी नहीं बनी है। राज्य सरकार को पहले नियमावली बनानी चाहिए। उन्होंने सरकार से जानना चाहा कि क्या स्वास्थ्य मंत्री इलेक्शन फंड रेज कर रहे हैं। इस पर बन्ना गुप्ता भी असंसदीय भाषा में सरयू राय पर आरोप लगाने लगे। लेकिन, स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने स्वास्थ्य मंत्री के माइक को ऑफ कर दिया। इससे बन्ना गुप्ता ने बात स्पष्ट रूप से सुनी नहीं जा सकी।
क्या है मामला
पिछले तीन माह से स्टेट फार्मेसी काउंसिल में रजिस्ट्रार का पद खाली था। रजिस्ट्रार सह काउंसिल के सचिव के नहीं रहने के कारण छात्रों का भविष्य अधर में था। इस दौरान न तो नए फार्मासिस्ट का निबंधन हो रहा था और न ही वे नौकरी के लिए कहीं आवेदन कर पा रहे थे। इधर, स्वास्थ्य विभाग ने आदेश जारी करते हुए अस्थाई तौर पर राहुल कुमार को स्टेट फार्मेसी काउंसिल का रजिस्ट्रार सह सचिव नियुक्त किया है।
राहुल कुमार के नाम का आदेश जारी होते ही कई सवाल उठने शुरू हो गए हैं। बाकी उम्मीदवारों ने कहा है कि विभाग ने जिन्हें इस पद पर बैठाया है, उससे ज्यादा योग्य और अनुभवी उम्मीदवारों के नाम की अनुशंसा स्वास्थ्य विभाग ने विभागीय मंत्री को की थी। जिन सात नामों की अनुशंसा स्वास्थ्य विभाग ने की थी, उनमें राहुल कुमार का नाम शामिल नहीं था। उसके बाद अलग से सूची में राहुल कुमार समेत अन्य उम्मीदवारों के नाम शामिल कराया गया था। इसके बाद ही स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के आदेश पर राहुल कुमार को रजिस्ट्रार सह सचिव बनाया गया है।