बोकारो (खबर आजतक) : समग्र बाल पोषण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वेदांता समूह की प्रमुख सामाजिक पहल नंदघर और राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) फाउंडेशन फॉर न्यूट्रिशन मिलकर शिशु संजीवनी नामक पौष्टिक अनुपूरक का वितरण करने जा रहे हैं। पोषण माह 2025 के दौरान सात राज्यों में 3 से 6 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के बीच एक लाख यूनिट “शिशु संजीवनी” वितरित किए जाएंगे।

नंदघर के माध्यम से देशभर में 15 राज्यों के 9,400 से अधिक आधुनिक आंगनवाड़ी केंद्रों के जरिए महिलाओं और बच्चों को पोषण, शिक्षा, स्वास्थ्य और सशक्तिकरण से जोड़ा जा रहा है। यह पहल आईसीडीएस (एकीकृत बाल विकास सेवा) के 50वें वर्षगांठ के अवसर पर शुरू की जा रही है।

“पोषण से प्रगति” थीम पर केंद्रित पोषण माह 2025 के तहत राजस्थान, ओडिशा, छत्तीसगढ़, झारखंड, महाराष्ट्र, दमन-दीव और उत्तर प्रदेश में यह अभियान चलाया जाएगा। उद्देश्य है—हर बच्चे तक पौष्टिक, ऊर्जा-समृद्ध आहार पहुँचना।
शिशु संजीवनी, एनडीडीबी द्वारा विकसित एक तैयार-खाने योग्य हलवा आधारित सप्लीमेंट है, जो बच्चों के लिए आवश्यक प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर है। प्रत्येक 40 ग्राम सर्विंग लगभग 200 किलो कैलोरी ऊर्जा देती है और बच्चे की दैनिक पोषण आवश्यकता का लगभग एक-छठा हिस्सा पूरी करती है।

वेदांता लिमिटेड की गैर-कार्यकारी निदेशक प्रिया अग्रवाल हेब्बार ने कहा की “राष्ट्र निर्माण की शुरुआत बच्चों के स्वास्थ्य से होती है। एनडीडीबी के साथ यह साझेदारी दर्शाती है कि सहयोग के माध्यम से ही सशक्त और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण संभव है।”नंदघर के सीईओ शशि अरोड़ा ने कहा कि “आईसीडीएस के 50वें वर्ष में नंदघर बच्चों के समग्र पोषण को लेकर नवाचार कर रहा है। हमारा लक्ष्य है—2047 तक ‘विकसित भारत’ के लिए स्वस्थ पीढ़ी तैयार करना।”एनडीडीबी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक डॉ. मीनेश शाह ने कहा की “हमारा प्रयास है कि वैज्ञानिक रूप से विकसित इस पौष्टिक खाद्य को देश के अंतिम छोर तक पहुँचाया जाए ताकि हर बच्चा स्वस्थ और सक्षम बन सके।”ईएसएल स्टील लिमिटेड (वेदांता समूह) के डिप्टी सीईओ रविश शर्मा ने बताया कि, “झारखंड में हजारों बच्चे इस योजना से लाभान्वित होंगे। एक पोषित बच्चा ही सशक्त समाज की नींव होता है।”नंदघर वर्तमान में देशभर में रोज़ाना 3.6 लाख बच्चों और 2.7 लाख महिलाओं तक पहुँच बना चुका है, और आने वाले वर्षों में 7 करोड़ बच्चों व 2 करोड़ महिलाओं को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखता है।