झारखण्ड बोकारो शिक्षा

शैक्षणिक-उत्कृष्टता ने डीपीएस बोकारो को बनाया एक ब्रांड, अवसरों का लाभ लें विद्यार्थी : अपर नगर आयुक्त

तीन दशक बाद अपने विद्यालय पहुंच 1993 बैच के छात्र अनंत ने साझा कीं यादें, विद्यार्थियों का किया मार्गदर्शन

लगन, परिश्रम, नैतिक मूल्य व आत्मविश्वास को बताया सफलता का सूत्र

बोकारो (ख़बर आजतक) : दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) बोकारो में 1993 बैच के मेधावी छात्र रहे झारखंड प्रशासनिक सेवा अधिकारी अनंत कुमार शुक्रवार को तीन दशक के बाद अपने पुराने विद्यालय पहुंचे। चास नगर निगम के अपर नगर आयुक्त (एएमसी) एवं बेरमो के पूर्व अनुमंडल पदाधिकारी श्री कुमार ने विद्यालय में 30 साल पहले बिताए अपने स्वर्णिम क्षण एवं स्मृतियां साझा करते हुए 11वीं एवं 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया।

अतिथि व्याख्यानशाला को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 10वीं के बाद विद्यार्थियों के लिए वह समय होता है जब वे अपने सपने बुनते हैं। उन सपनों को पूरा करने के लिए जरूरी है कि वे बगैर किसी के दबाव में आए अपनी क्षमता और रुचि को ध्यान में रखकर ही अपना करियर चुनें। दृढ़ निर्णय के साथ अपना लक्ष्य बनाएं और उसे पाने के लिए लगन, परिश्रम और आत्मविश्वास के साथ निरंतरता बनाए रखें। ये चीजें ही उनके लिए भाग्य-निर्माता बनेंगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा का मूल उद्देश्य मानवीय चेतना का विकास करना है। एक सफल और अच्छा इंसान बनने के लिए विद्यार्थी सदैव अपना नैतिक मूल्य और अपनी विनम्रता बरकरार रखें। साथ ही, अपनी विचारधारा को सकारात्मक रखते हुए राष्ट्र-निर्माण में योगदान दें।

तीन दशक पहले विद्यालय में अपने छात्र-जीवन के अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा कि आज वह जो भी कुछ भी हैं, जिस मुकाम पर हैं, उसमें डीपीएस बोकारो की केंद्रीय भूमिका है। यहां की कुशल शैक्षणिक-व्यवस्था और शिक्षकों तथा विद्यार्थियों के समेकित प्रयत्नों का ही परिणाम है कि आज डीपीएस बोकारो शिक्षा के क्षेत्र में एक ब्रांड बन चुका है। आज के विद्यार्थी यहां के उन्नत संसाधनों का लाभ लें। उन्होंने छात्र-छात्राओं से व्यक्तित्व-विकास के लिए खेलकूद, कला-संगीत सहित सभी सह-शैक्षिक गतिविधियों में भाग लेने, स्वास्थ्य को प्रथम प्राथमिकता देने, ज्ञान के स्तर में बढ़ोतरी हेतु नियमित समाचार-पत्र पढ़ने तथा सोशल मीडिया का संतुलित इस्तेमाल करने की भी अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि विद्यार्थी अपने जीवन का आनंद लें, मित्रता करें और किसी भी असफलता से घबराने की बजाय उससे सीख लें।

विद्यालय के प्राचार्य डॉ. ए एस गंगवार ने इस प्रकार की अतिथि व्याख्यानशाला को विद्यार्थियों के हित में आवश्यक बताया। कहा कि समय-समय पर ऐसे कार्यक्रमों से जरिए छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन किया जाता रहा है। उन्होंने अपर नगर आयुक्त श्री कुमार के व्याख्यान के लिए आभार व्यक्त किया। श्री कुमार ने भी व्याख्यान के अवसर को लेकर अपनी कृतज्ञता व्यक्त की।

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