नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): झारखण्ड ऊर्जा विकास श्रमिक संघ चतरा डिवीजन की बैठक रविवार को शैलेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में इवा पैलेस सभागार में हुई जिसमें मुख्य अतिथि झारखण्ड ऊर्जा विकास श्रमिक संघ के अध्यक्ष अजय राय शामिल हुए। इस अवसर पर अजय राय ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि 2017 के बाद झारखंड ऊर्जा विकास निगम ने एजेंसी प्रथा लागू कर पूरे राज्य में विद्युतकर्मियों का शोषण शुरू करा दिया है जिसे खत्म किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि समान काम के बदले समान वेतन मिलना चाहिए, नौकरी में अनुभव के आधार पर पूर्व की तरह प्राथमिकता तय होनी चाहिए। वहीं 10 वर्ष काम किए हुए कर्मियों को नियमित नियुक्ति होनी चाहिए। डिज्नेसन मैपिंग, कालबद्ध प्रोन्नति में विभाग लगातार सौतेला व्यवहार कर रहा है जिस पर लगाम लगनी चाहिए।
इस दौरान अजय राय ने कहा कि जिन अभ्यर्थियों की काल अवधि प्रमोशन के लिए पूर्ण हो चुकी है वैसे प्रत्येक अभ्यर्थी को प्रमोशन दिया जाए क्योंकि यहाँ तो प्रमोशन की आशा में कई कर्मचारीगण रिटायर कर गए और कई अब रिटायर कर जाएँगे पर प्रमोशन विभाग के ही शिथिलता एवं निरंकुस्ता के कारण नहीं पा सके।
वहीं जहाँ आज नए designation mapping का लाभ इसी विभाग के वरीय से लेकर कनीय पदाधिकारियों तक लागू हो गया तथा उनका भुगतान एरियर के रूप में वर्ष 2018 से मिल भी चुका है। वहीं इन बेचारे कर्मचारियों को नए destination maping का कोई भी लाभ प्राप्त नहीं हो पाया आखिर यह विभाग का कैसा नियम है ? नियम सबके लिए तो बराबर बना परन्तु वह सिर्फ पदाधिकारी पर ही यह लागू हुआ है, मैपिंग के नियम का लाभ सभी वर्ग को मिलना चाहिए था चाहे वह ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड या तीनों अनुसंगी कंपनियाँ हो कर्मचारियों को भी डेजिग्नेशन मैपिंग का लाभ नही लागू किया गया तो संघ इसके खिलाफ आंदोलन करेगा।
इस बैठक में संघ के उपाध्यक्ष यूसुफ खान, संघ के पूर्व महासचिव अमित कश्यप, शैलेन्द्र कुमार, सतीश कुमार, सुरेश इंदवार आदि शामिल हुए।