जानकारी झारखण्ड राँची

श्रावण में खुकरी और रूगड़ा की डिमांड चरम पर, मटन से भी दोगुनी कीमत

जंगली मशरूम की मौसमी उपलब्धता से बाजार में बढ़ी हलचल

नितीश मिश्र, राँची

राँची (खबर आजतक): श्रावण मास के पावन अवसर पर लोग बड़े पैमाने पर मांसाहार से परहेज कर शाकाहारी भोजन को प्राथमिकता दे रहे हैं। इसी बीच बाजार में पारंपरिक जंगली मशरूम खुकरी और रूगड़ा की मांग अचानक तेज हो गई है।

ये दोनों खाद्य सामग्री साल में केवल वर्षा ऋतु के दौरान ही जंगलों में मिलती हैं और बाजार में बेहद सीमित मात्रा में उपलब्ध रहती हैं। इसी वजह से इनकी कीमतें आसमान छू रही हैं।

वर्तमान में जहां मटन ₹600–₹700 प्रति किलो मिल रहा है, वहीं खुकरी और रूगड़ा ₹1200–₹1500 प्रति किलो तक पहुँच चुके हैं। स्थानीय ग्राहकों का कहना है कि इनका स्वाद लाजवाब है और धार्मिक माह श्रावण में ये मांसाहार का बेहतरीन विकल्प साबित होते हैं।

विक्रेताओं के मुताबिक, इनकी दुर्लभता और बढ़ती मांग को देखते हुए आने वाले दिनों में इनके दाम और बढ़ सकते हैं।

क्या है खुकरी और रूगड़ा?

खुकरी और रूगड़ा जंगली मशरूम की प्रजातियाँ हैं, जो झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में पाई जाती हैं। इनका इस्तेमाल पारंपरिक व्यंजनों जैसे सब्जी, झोल और भुजिया बनाने में किया जाता है। स्वाद के साथ-साथ यह पोषण से भी भरपूर माने जाते हैं।

Related posts

एक्सआईएसएस फैकल्टी, डॉ निरंजन साहू को इंडोनेशिया में बहु-देशीय अवलोकन अध्ययन करने के लिए भारत सरकार द्वारा चुना गया

admin

कैरल सिंगिंग: संगीत के माध्यम से प्रेम, शांति और सद्भाव का संदेश

admin

प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना के अंतर्गत भारत के हर कोने में आज विद्युत संरचना मौजूद: संजय सेठ

admin

Leave a Comment