हिंदी हमारी मातृभाषा : विवेक प्रधान
नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): श्री अग्रसेन स्कूल भुरकुंडा में मंगलवार को विश्व हिंदी दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्य विवेक प्रधान और अन्य शिक्षकों ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर बच्चों के बीच हिंदी निबंध लेखन, कविता प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इस प्रतिभागियों ने निबंध और कविता के माध्यम से आम जीवन मे हिंदी के महत्व को समझाया। हिन्दी विभाग प्रमुख दीपिका तिवारी ने कहा कि भाषा संवाद का सबसे सशक्त माध्यम होता है। हिंदी पूरे विश्व में बसे भारतीय मूल के लोगों को एक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्होंने बच्चों को विश्व हिंदी दिवस के इतिहास से भी परिचय कराया।
इस दौरान प्राचार्य विवेक प्रधान ने कहा कि हिंदी हमारी मातृभाषा है। यह देश को जोड़ने वाली भाषा है। हिंदी के विकास, पोषण और संवर्धन की दिशा में हमें और प्रयास करते हुए अपनी रोजमर्रा के जीवन में हिंदी को अधिक से अधिक शामिल करने की जरूरत है।
वहीं छात्रा लक्ष्मी कुमारी ने ‘ओजस्विनी है अनूठी है ये हिंदी, सहित्य का असीम सागर है ये हिंदी, यूँ तो देश में कई भाषाएँ हैं, पर राष्ट्र के माथे की बिंदी है ये हिंदी’ कविता के माध्यम से हिंदी का महत्व बताया।
इस मौके पर निबंध व कविता प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।
इस आयोजन को सफल बनाने में शिक्षिका वंदना कुमारी, नीलू श्रीवास्तव, लीलेश्वर पाण्डेय, विजय राणा, छात्र आकिब, निर्जल कुमार, रितिक कुमार, रोहिणी कौशल, सना परवीन, सौरव कुमार, विनेश, चंदन, कुलदीप मौजूद थे।