स्केटिंग से होता है शारीरिक और मानसिक क्षमता का विकास : प्रवीण राजगढ़िया
नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): श्री अग्रसेन स्कूल, भुरकुंडा में चल रहे पाँच दिवसीय इंटर हाउस रोलर स्केटिंग चैंपियनशिप का समापन गुरुवार को हुआ। यहाँ अंतिम दिन फाइनल मुकाबले खेले गए। इस प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने रोलर स्केट के साथ रेस लगाते हुए रफ्तार और बैलेंस का जबरदस्त प्रदर्शन किया। सभी प्रतिभागी खुद को विजेता बनाने के लिए अपनी उच्च क्षमता का प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान उपस्थित शिक्षक व विद्यार्थियों ने उनका उत्साह बढ़ाया।स्केटिंग प्रतियोगिता को जूनियर व सीनियर गर्ल्स एवं बॉयज में बंटा गया था। इनके बीच 100 मीटर, 200 मीटर एवं 500 मीटर की रेस, जम्पिंग स्केटिंग आदि स्पर्द्धा कराई गई। ओवरऑल बेस्ट स्केटर क्लास छह के आदित्य कुमार को चुना गया। लड़कियों के जूनियर ग्रुप में तन्वी, सोनाक्षी, पीहू, सीनियर में आयेशा, उन्नति, अनन्या, लड़कों के जूनियर ग्रुप में सूरज, रोशन, अंकित, सीनियर में आयुष मंडल, नमन कुमार, सुधांशु क्रमशः प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान पर रहे। इंटर हाउस चैंपियनशिप का पुरस्कार मदर टेरेसा ग्रुप ने जीता।
इस अवसर पर स्कूल के निदेशक प्रवीण राजगढ़िया ने कहा कि स्केटिंग एक संपूर्ण व्यायाम है। इससे पैरों की ताकत बढ़ती है। शरीर के सभी मसल्स की एक्सरसाइज हो जाती है। रीढ़ की हड्डी भी सही रहती है। हाथों और पैरों का सामंजस्य बनता है। दिमागी क्षमता का विकास होता है। स्केटिंग करना दौड़ने व साइकिल चलाने से अधिक फायदेमंद है।
वहीं प्राचार्य विवेक प्रधान ने कहा कि स्कूल में पढ़ने वाले हर बच्चे का खेल के प्रति रुझान बढ़ाने के लिए स्कूल हमेशा प्रतिबद्ध है। हार-जीत को नजरंदाज करते हुए अपनी कमियों पहचानकर उसे दूर करने की कोशिश करें। हर बच्चा एक चैंपियन हैं।
इस दौरान कोच नरेंद्र सिन्हा ने कहा कि स्केटिंग जितना मुश्किल दिखता है, असल में उतना है नहीं। तीन साल के बच्चे भी 20-25 दिन के प्रशिक्षण के बाद स्केटिंग कर सकते हैं।
इस आयोजन को सफल बनाने में ट्रेनर नरेन्द्र सिन्हा, प्रकाश ओझा, शिवानी कुमारी एवं अन्य शिक्षकों का योगदान रहा।