झारखण्ड धार्मिक

श्री श्याम मंडल द्वारा आयोजित श्री शिव महापुराण का हुआ शुभारंभ, बोले स्वामी परिपूर्णानन्द ‐ ” शिव ही जीवन का वास्तविक स्वरुप”

नितीश_मिश्र

राँची(खबर_आजतक): श्री श्याम मंडल के तथवाधान में अग्रसेन पथ स्थित श्री श्याम मन्दिर में मंगलवार को श्री महाशिव पुराण कथा का भव्य आयोजन का शुभारम्भ हुआ। इस दौरान प्रातः मन्दिर में आचार्य श्याम सुन्दर भारद्वाज के नेतृव में मुख्य यजमान रमेश चन्द्र सारवस्त के द्वारा गणेश पूजन, नव ग्रह पूजन इत्यादि के पश्चात अपराह्न 3 बजे 51 महिलाओं द्वारा स्वर्णरेखा नदी से संचित किए गए जल का कलश मस्तक पर लेकर मन्दिर के लिए प्रस्थान किया साथ में ही महाशिवपुराण को मुख्य यजमान द्वारा अपने मस्तक पर रखकर ससम्मान श्री श्याम मन्दिर में लाया गया साथ में ही मन्दिर में व्यास पीठ पर महाशिवपुराण को सुशोभित कर पूजन किया गया।

इस अवसर पर मण्डल के अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश बागला के स्वागत भाषण के पश्चात मण्डल के संरक्षक सुरेश चन्द्र पोद्दार द्वारा श्री श्याम मण्डल के नाम से यू ट्यूब चैनल को लॉन्च किया जिसमें हमेशा मण्डल द्वार आयोजित कार्यक्रमों का प्रसारण निरंतर होता रहेगा। इसके पश्चात कथा व्यास के रूप में व्यास पीठ पर विराजमान स्वामी परीपूर्णानन्द जी द्वारा महाशिवपुराण का व्याखान प्रारंभ की। इस दौरान उन्होंने ने पुराण की श्रोत पाठ के साथ शिव भक्ति, शिव पुराण की महिमा, सत्संग की महिमा, मानव जीवन में भगवान शिव जी का महत्व एवं जीवन में शिवत्व की प्राप्ति कैसे हो के बारे में बताया गया।

अमंगलयम शिलम त्वमवतू नामेंव अखिलम महादेव का वेश म्हाअमंगल है किन्तु उस वेश में भी सदेव मंगल करने वाले हैं इस लिए वे अखिलेश्वर कहलाते हैं । उन्होंने अपने वाचन में कहा की जीवन का वास्तविक स्वरूप शिव ही हैं तथा उन्हें पाने के लिए अपने अंतः करण को शुद्ध बनाना होगा इसी संदर्भ में सत्य शिवम सुंदरम की व्याख्या के साथ भक्तों को शिव का महत्व के बारे बताया जब मनुष्य शिव की भक्ति करता है तब शिव उनके जीवन से अमंगल का नाश कर मंगल का आगमन कराते हैं।

इस दौरान प्रथम दिवस के कथा का समापन करते हुए कल के व्याख्यान में विधेश्वर संहिता के महत्व के बारे में वर्णन किया जाएगा। वहीं कथा के समापन के पश्चात नगर के सुप्रसिद्ध चिकत्सक सह समाज सेवी डॉ एस. एस नारनोली द्वारा सह परिवार के साथ महाशिवपुराण की समापन आरती की गई इसके पश्चात प्रसाद वितरण के साथ आज के प्रथम दिवस का कार्यक्रम का समापन किया गया ।

इस कार्यक्रम में तमाम मंडल के सदस्यों के साथ अशोक लाठ, विवेक ढांढनीयाँ, धीरज बंका, गौरव परसरामपुरिया, प्रदीप अग्रवाल, विकाश पाड़िया, अजय साबू, प्रमोद बगडीया, ज्ञान प्रकाश बागला, नितेश केजरीवाल एवं बालकिशन परसरामपुरिया का सहयोग रहा।

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