नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): श्री महावीर मंडल राँची महानगर कोर कमिटी की बैठक मंडल अध्यक्ष कुणाल अजमानी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस दौरान श्री महावीर मंडल राँची महानगर के अध्यक्ष कुणाल अजमानी ने कहा कि श्री संकट मोचन मंदिर को धार्मिक न्यास पर्षद के अंदर लाना गलत है क्योंकि इस मंदिर का वर्षो से रख रखाव निजी हाथों से हुआ हैं। इस दौरान कुणाल अज़मानी ने कहा कि झारखंड गठन के बाद से कभी भी न्यास पर्षद के कोई भी लोग आज तक देखने तक नही आए पर आज जब मंदिर को पूरे सुचारु रूप से चलाया जा रहा हैं, तब एक नई कमिटी बनाकर पार्षद द्वारा घोषणा करना जो पूरी तरह गलत हैं।
श्री महावीर मंडल राँची महानगर इसके खिलाफ कोर्ट जाएँगे क्योंकि ये मंदिर निर्मोही अखाड़ा, अयोध्या से पंजीकृत हैं। जिस तरह से झारखंड धार्मिक न्यास पर्षद ने मनमाने ढंग से संकट मोचन मंदिर को बिना कोई बैठक या कोई सूचना का जबरन नया कमिटी गठन कर दिया गया। विगत दिनों पहले जब मंदिर पर हमला हुआ इसको क्षतिग्रस्त किया गया तो कोई भी खबर नही ली गई कि मंदिर बन रहा है, मंदिर टूट रहा है या जर्जर स्थिति में है। आज इसकी पूरी देखरेख की जिम्मेदारी अपने स्तर से श्री महावीर मंडल राँची महानगर कर रही है तो झारखंड सरकार को तकलीफ हो रही है। मंदिर के रख-रखाव एवं पुनर्निर्माण पर लाखों रुपया खर्च की जा रही है और अभी काम चालू है। इसका देखरेख पहले के महंत के द्वारा की जा रही थी। उनके निधन के बाद वर्तमान महंत महामंडलेश्वर सूर्यनारायण दास त्यागी के संरक्षण में कार्य किया जा रहा हैं परंतु धार्मिक न्यास बोर्ड के द्वारा निबंध का बहाना करते हुए नई कमेटी का घोषणा कर दी गई जो गलत है। श्री संकट मोचन मंदिर के पुजारी श्यामानंद पांडेय ने कहा कि मंदिर के रख-रखाव में श्री महावीर मंडल राँची महानगर द्वारा शुरू से निर्माण कार्य में सहयोग की जा रही है।
इस बैठक में मुख्य रुप से महामंडलेश्वर सूर्यनारायण दास त्यागी, अध्यक्ष कुणाल अजमानी , शेखर शरण, डॉ दिलीप सोनी, रविन्द्र वर्मा, रमेश बाली, नवजोत अलंग, महेश सोनी, रमेश बथवाल, दिलीप स्वर्णकार, रवि प्रकाश टुन्ना, विक्रांत विश्वकर्मा, सतीश सिन्हा, शंभु रोहित शारदा, बादल सिंह आदि मौजूद थे।