नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): जदयू के झारखण्ड प्रदेश महामंत्री संतोष सोनी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इंडिया उलगुलान न्याय महारैली को राहुल गाँधी द्वारा प्रायोजित न्याय महारैली का ही फ्लॉप कार्बन कॉपी बताते हुए आयोजको से सवाल पूछा कि क्या उन्हें भ्र्ष्टाचार की पूरी तरह छूट दे देना ही न्याय कहलाएगा ? संतोष सोनी ने इंडिया उलगुलान न्याय महारैली के पोस्टर से पूरे राँची शहर को पाट दिया गया है क्या कोई बताएगा कि इतना खर्च कहाँ से आ रहा है? या चुनाव आचार सहिता लागू रहने से इस महाखर्च को इंडिया गठबंधन का महाखर्च माना जाए अथवा झामुमो का ?
इस दौरान संतोष सोनी ने यह भी सवाल खड़ा किया कि आखिर विपक्ष को न्यायालय पर विश्वास क्यों नही होता ? वे बार-बार न्याय महारैली का ही आयोजन कर जनता को क्यो बरगलाने का प्रयास करते रहते है।
वहीं संतोष सोनी ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि इस महारैली पर होने वाले अंधाधुंध खर्च का आकलन के साथ रैली के नाम पर लोगो को ढोने हेतु सैकड़ो वाहनों की व्यवस्था का भी आकलन जरूर करे। संतोष सोनी ने उलगुलान न्याय महारैली को एक महा ढकोसला रैली बताते हुए बताया कि यह फ्लॉप रैली साबित होगा तथा चुनाव से पूर्व यह उलगुलान न्याय महारैली नही बल्कि उटपटांग महारैली साबित होने जा रही है। कारण जनता को यह पता है कि न्याय अदालतों में मिलते न कि महारैली करने से।
संतोष सोनी ने चुनाव आयोग से यह भी अपील किया कि चुनाव के समय इस तरह की गतिविधियों पर खास निगरानी रखे तथा इस पर होने वाले खर्च के साथ कितना और कहाँ-कहाँ पोस्टर लगाना है के लिए चुनाव आयोग से अनुमति ली गई है अथवा नही इसका भी खुलासा होने चाहिए।