नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): संत ज़ेवियर्स कॉलेज में बुधवार को टाटा स्टील फ़ाउंडेशन के द्वारा संवाद फेलोशिप 2023 प्रारंभ करने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था कि आदिवासी संस्कृति जो विलुप्ति की कगार में है उसकी संरक्षण कैसे की जाए।आयोजन काफ़ी रोचक, जानकारी से परिपूर्ण और आदिवासी जनजातियों की कलाकृति और भाषा को विलुप्त होने से बचाने पर आधारित रहा। यह कार्यक्रम संध्या 3:30 से प्रारंभ हुआ और 5:00 तक अंत हुआ।
इस कार्यकर्म में मुख्य अतिथि के रुप में टाटा स्टील फाउंडेशन की ओर से डॉ महादेव टप्पो (टाटा ट्राइबल हेड इडेंटिटि), जेरेन तोपनो (हेड ट्राइबल ईडेंटिटी एंड अर्बन सर्विसेज़) डॉ मीनाक्षी मुंडा, शालिनी कुजूर, कॉलेज के प्रधान अद्यापक डॉ फादर नाबोर लकड़ा , कॉलेज के उप प्रधान अद्यापक फादर अजय अरुण मिंज, रेक्टर फादर अलेक्स एक्का आदि मौजूद थे। इस कार्यक्रम में 200 से भी अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया।
इस मौक़े पर मौजूद सभी उपस्थित को संबोधित करते हुए जेरेन टप्पों ने संवाद फेलोशिप के बारे में बताया की कैसे उसकी मदद से बहुत सारे आदिवासी संस्कृति और उसकी भाषा को बचाए रखा है। उन्होंने मौजूद सभी विद्यार्थीयो से इसमें जुड़ने के लिए अनुरोध किया।
इस मौके पर डॉ मीनाक्षी मुंडा ने भी सभी लोगो को संबोधित करते हुए बताया कि कैसे इस मंच के द्वारा हमारे सोच को एक दिशा मिल सकती है।
इस दौरान मुख्य अतिथि डॉ महादेव टप्पो ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आदिवासी की छुपी हुई कला कृति और संस्कृति जिसके बारे में लोगो को कम जानकारी है उन्हें लोगो तक पहुँचाना है और लुप्त होते हुए संस्कृति को फिर से पुनर्जीवित करना है। उन्होनें आए हुए सभी विद्यार्थीयो और अध्यापकों को इतने कम समय के सूचना पर आने के लिए धन्यवाद दिया।