नितीश मिश्र, रांची
राँची/पाकुड़ (खबर_आजतक): झारखंड के पाकुड़ जिले के अमड़ापाड़ा प्रखण्ड के डूमरचीर पंचायत अंतर्गत बड़ा बास्को पहाड़ गाँव की एक मार्मिक तस्वीर सामने आई है। गांव में आज भी सड़क नहीं है, जिससे मजबूरी में ग्रामीणों को बीमारों को खटिया पर लादकर अस्पताल पहुँचाना पड़ता है।
इसी कड़ी में गांव के रहने वाले कमला पहाड़िया का बेटा बामना पहाड़िया गंभीर रूप से बीमार हो गया। इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाना जरूरी था, लेकिन गाँव तक आज भी संपर्क पथ नहीं बना है। वाहन की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण कमला पहाड़िया ने अपने रिश्तेदारों और पड़ोसियों की मदद से बेटे को खाट पर टांगकर मुख्य सड़क की ओर कूच किया।

लगभग दो किलोमीटर की कठिन पैदल यात्रा के बाद वे मुख्य मार्ग पर पहुँचे, जहाँ से किसी तरह वाहन की व्यवस्था कर अस्पताल पहुँचा। यह घटना बताती है कि झारखंड के कई आदिवासी इलाकों में आज भी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है, और लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर चिकित्सा जैसी मूलभूत जरूरत तक पहुँचना पड़ता है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि शीघ्र ही गाँव तक संपर्क पथ का निर्माण कराया जाए ताकि भविष्य में किसी और परिवार को ऐसी कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।