नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): सतीश झा ने सीएमपीडीआई में निदेशक (तकनीकी/आरडीएंडटी) के रुप में पदभार ग्रहण किया। इससे पहले वे एनसीएल-सिंगरौली में विभिन्न पदों पर अपनी सेवा दे चुके हैं।
सतीश झा ने 1990 में नागपुर विश्वविद्यालय से माइनिंग इंजीनियरिंग की डिग्री और 1998 में आईएसएम, धनबाद से इंडस्ट्रीयल इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट में एम.टेक. की डिग्री हासिल की। सतीश झा आईआईटी – बीएचयू, वाराणसी से माइन प्लानिंग में पीएचडी भी कर रहे हैं।
सतीश झा ने वर्ष 1990 में ही अपने सेवा की शुरूआत भारत कोकिंग कोल लिमिटेड से जूनियर एग्जीक्यूटिव ट्रेनी के रुप में की। उन्होंने ज्यादातर कोयला उत्पादन कंपनियों में माइन मैनेजर, महाप्रबंधक (कॉरपोरेट प्लानिंग) से लेकर एरिया महाप्रबंधक के रूप में नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड-सिंगरौली और साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड-बिलासपुर की विभिन्न खुली खदानों में कार्य किया।
सतीश झा ने एनसीएल की अमलोहरी परियोजना में ‘‘ओबी टू एम-सैंड प्लांट’’ की स्थापना और कमीशनिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सतीश झा को लांगवाल और शॉर्टवाल संचालन में सफलतापूर्वक प्रबंधन के लिए 2003 में ‘‘एसईसीएल सम्मान’’ से सम्मानित किया गया। उन्होंने आधिकारिक तौर पर जापान और ऑस्ट्रेलिया का दौरा भी किया है।
सतीश झा के भूमिगत खदानों और खुली खदानों दोनों में 33 वर्षों के वृहत् अनुभव से न केवल सीएमपीडीआई बल्कि समूचे कोयला उद्योग लाभान्वित होगा।