रिपोर्ट : नितीश मिश्र
राँची (ख़बर आजतक) : विधायक सरयू राय व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के बीच सदन में चला आरोप-प्रत्यारोप में विधायक सरयू राय ने बन्ना गुप्ता के आरोपों को खारिज करते हुए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से इसकी सीबीआई, सीआईडी अथवा महाधिवक्ता से जाँच कराने की माँग को लेकर पत्र लिखा है जिसमे सेवानिवृति सुनील शंकर को पणन पदाधिकारी(मार्केटिंग ऑफिसर) को बहाल करने के संबंध में विधायक सरयू राय ने कहा कि जिस समय वे खाद्य आपूर्ति मंत्री बने, उस समय विभाग में पणन पदाधिकारियों की काफी कमी थी। जिसके कारण सेवानिवृत पदाधिकारियों की संविदा पर बहाली की गई। इसी तरह आहार पत्रिका का प्रकाशन भी नियम संगत तरीके से किया गया।
आउटबाउंडिंग कॉल के बारे में विधायक सरयू राय ने कहा कि एजेंसी का निर्धारण निविदा के आधार पर हुआ और यह निविदा विभाग ने नहीं बल्कि निदेशालय ने किया। जिस एजेंसी का चयन निदेशालय द्वारा हुआ वह काम करने लगा। जिससे उनका (तत्कालीन मंत्री) का कोई सरोकार नहीं था। विधायक सरयू राय ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के नजदीकियों ने यह मामला जाँच के लिए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में भेजा।