नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): सरला बिरला विश्वविद्यालय परिसर में पुरी पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती का चल रहे दो दिवसीय संगोष्ठी प्रश्नोत्तरी दीक्षा सह पादुका पूजन कार्यक्रम बड़े ही उत्साह एवं आनंदपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया।
इस संगोष्ठी के द्वितीय दिन विश्वविद्यालय के कुलपति निवास में दिन के 11:00 बजे दिव्य एवं भव्य गुरुदीक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें कई गणमान्य लोगों ने जगद्गुरु शंकराचार्य से दीक्षा ग्रहण कर भारतीय सनातन परंपरा को आत्मसात करने का संकल्प भी लिया।
इस अवसर पर पूरी पीठाधीश्वर जगतगुरु स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने सनातन वैदिक परंपरा एवं अखंड भारत में सनातन काल से चली आ रही परंपराओं की विस्तृत व्याख्या करते हुए वेद सम्मत जीवन शैली को अपनाए जाने की प्रेरणा प्रदान की। उन्होंने वर्ण व्यवस्था पर चर्चा करते हुए स्वस्थ एवं संतुलित सामाजिक व्यवस्था के लिए इसे उपयुक्त बताया। यह दीक्षा कार्यक्रम जगद्गुरु शंकराचार्य के पावन सानिध्य तथा उनके परम शिष्य निर्विकल्पानंद सरस्वती एवं ऋषिकेश ब्रह्मचारी सहित कई विद्वानों की उपस्थिति तथा मंगलमय वातावरण में संपन्न हुई।
इस संगोष्ठी सह गुरु दीक्षा कार्यक्रम के सफल आयोजन में विश्वविद्यालय के कार्मिक एवं प्रशासनिक प्रबंधक अजय कुमार, एचआर प्रवीण कुमार, नर्सिंग के कोऑर्डिनेटर आशुतोष द्विवेदी, सहायक प्राध्यापक डॉ भारद्वाज शुक्ला, रविंद्र तिवारी, ऋषिराज जमुआर, प्रशांत जमुआर, अमित शर्मा आदि की सराहनीय भूमिका रही।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर गोपाल पाठक, मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी डॉ प्रदीप कुमार वर्मा, कुलसचिव डॉ विजय कुमार सिंह, उप कुलसचिव अमित गुप्ता, प्रो आदित्य विक्रम वर्मा, संतोष वर्मा, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेई सहित अन्य श्रद्धालु उपस्थित थे।