नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): सरला बिरला विश्वविद्यालय के नर्सिंग विभाग में द ट्रेंड नर्सेज एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया और डब्लूएचओ के सौजन्य से आयोजित प्रिंसिपल मीट वर्कशॉप का शुक्रवार को समापन हुआ। इसमें टीएनएआई के अधिकारियों के अलावा राँची के विख्यात अस्पतालों के प्रतिनिधिगण शामिल हुए।
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सरला बिरला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. गोपाल पाठक ने बायोमेडिकल वेस्ट से होने वाले दुष्प्रभावों के विषय में बात की। उन्होंने भारतीय नर्सो के योगदान और दुनिया भर में उनकी बढ़ती माँग पर भी चर्चा की।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीआईसी झारखंड के डॉ. चंद्र किशोर शाही ने नर्सों को बीमारियों की रोकथाम पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी। उन्होंने बायोमेडिकल कचरे से होनेवाले खतरों के प्रति भी आगाह किया। विवि के नर्सिंग और योग विभाग के समन्वयक आशुतोष द्विवेदी ने चिकित्सा के क्षेत्र में नर्सों के योगदान की प्रशंसा करते हुए कहा कि कोविड के दौर में जिस तरह नर्सों ने सेवा भाव की मिसाल पेश की, वह अतुलनीय है।
इस कार्यक्रम में टीएनएआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज के. जॉर्ज, महासचिव एवलिन पी. कानन, सहायक महासचिव वत्चला दिनाकरन, सीएमसी वेल्लोर की राजेश्वरी और बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट विशेषज्ञ साइनी चाको ने भी उपस्थित श्रोताओं को संबोधित किया।
इस कार्यक्रम का संचालन नर्सिंग विभाग के प्रफुल्ल बारजो ने किया।
इस अवसर पर विभाग के अध्यापक और छात्र बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
विश्वविद्यालय के प्रतिकुलाधिपति बिजय कुमार दलान और मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा ने इस आयोजन के लिए अपनी शुभकामनाएँ प्रेषित की।