रिपोर्ट : प्रशांत अम्बष्ठ
गोमिया (ख़बर आजतक): गोमिया प्रखंड अंतर्गत साड़म के बूटबरिया ग्राम स्थित जरासंध मंदिर प्रांगण में चंद्रवंशी समाज के द्वारा गुरुवार को मगध सम्राट महाराज जरासंध का जयंती समारोह मनाया गया,इस दौरान चंद्रवंशी समाज के द्वारा जरासंध मंदिर नवनिर्माण के लिए झंडोत्तोलन एवं भूमिपूजन भी किया गया।
इस मौके पर सम्राट जरासंध की प्रतिमा पर चंद्रवंशियों ने बारी बारी से माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। मौके पर कहा गया कि वीर पुरुष महाबली महादानी चक्रवर्ती सर्वोत्तम स्वास्थ्य एवं एकता का प्रतीक जरासंध उपरिचर के पौत्र व सम्राट बृहद्रथ के पुत्र थे। ऐतिहासिक पन्नों से पता चलता है जरासंध महाराज की जीवनी बड़ा ही गौरवमयी एवं शानदार एवं सराहनीय रही है। इस मौके पर समाज के संरक्षक घनश्याम राम ने कहा कि प्रत्येक चंद्रवंशी शेर है बस जागने की देर है। साथ ही भविष्य में आने वाली पीढ़ी को भी आगे आकार काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी को जरासंध की जयंती मनाई जाती है। वहीं बेरमो अनुमंडल के कई क्षेत्रों से आए हुए समाज के वक्ताओं ने भी महाराज जरासंध के जीवनी पर प्रकाश डाला। समारोह का संचालन मिथुन चंद्रवंशी ने किया। मौके पर विष्णु रवानी,विनोद प्रसाद, दिनेश राम,जगदीश राम,देवानंद रवानी, संजय भंडारी,डोमन राम, नेपाल राम, हीरालाल रवानी,सरोज कुमार, ओमप्रकाश भंडारी,अवध किशोर सिंह, भुवनेश्वर रवानी, द्वारका रवानी, अंकुश रवानी, सुधीर राम, नवीन वर्मा, कुलदीप राम, भगवान दास राम आदि मौजूद थे।