झारखण्ड राँची

सीएमपीडीआई में एक-दिवसीय सेमिनार सम्पन्न

सीएमपीडीआई का प्रयास अत्यंत सराहनीय: रूपिंदर बराड़

नितीश_मिश्र

राँची(खबर_आजतक): सीएमपीडीआई और सोसाइटी ऑफ जियो-साइंटिस्ट्स झारखंड (एसजीएसजे) के संयुक्त तत्वावधान में ‘‘खनिज गवेषण और जल संसाधन प्रबंधन: अभिनव प्रवृतियां ’’ विषय पर एक-दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन संस्थान के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक मनोज कुमार ने किया। इस सेमिनार का उद्देश्य खासकर झारखंड राज्य में रणनीतिक और महत्वपूर्ण खनिज संसाधनों और जल संसाधन प्रबंधन से सतही और भूजल दोनों से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों को सम्बोधित करना है। इस सेमिनार में तकनीकी सत्रों की एक श्रृंखला के तहत जिसमें संगठन के आतंरिक और बाह्य तथा क्षेत्र के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों द्वारा की-नोट और मौखिक प्रस्तुतियां पेश की गई जिसका उद्देश्य झारखंड में खनिज गवेषण और सतही और भूजल दोनों स्तर पर जल संसाधन प्रबंधन में स्थायी प्रथाओं पर चर्चा को बढ़ावा देना है।

इस सेमिनार की मुख्य अतिथि कोयला मंत्रालय, भारत सरकार के अपर सचिव रूपिंदर बराड़ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग (वीसी) के माध्यम से दर्शकों/प्रतिभागियों को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि सीएमपीडीआई का प्रयास बहुत ही सराहनीय है और सेमिनार का विषय बहुत ही समसामयिक और प्रासंगिक है क्योंकि हमें खनिज गवेषण के दौरान सतत् खनन और जल संसाधन प्रबंधन कैसे करें , इस पर गहन शोध और नवीन विचारों की आवश्यकता है। यह सेमिनार खनन के पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने में मूल्यवान साबित होगा और इससे निकलने वाले विचारों (परिणामों) और सर्वोत्तम प्रथाओं को खनन के क्षेत्र में शामिल और कार्यान्वित किया जाएगा।

इस सेमिनार के संरक्षक और सीएमपीडीआई के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक मनोज कुमार ने कहा कि ‘‘‘‘खनिज गवेषण और जल संसाधन प्रबंधन: अभिनव प्रवृतियां’’ विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार की मेजबानी करना संस्थान के लिए गर्व की बात है। विस्तारित भूगर्भ संसाधन क्षेत्र और सम्बद्ध व्यावसायिक गतिविधियों में एक मार्केट लीडर बनने’ के अपने दृष्टिकोण को प्राप्त करने हेतू सीएमपीडीआई के प्रयासों को दर्शाता है। आज का सेमिनार झारखण्ड की खनिज सम्पदा के साथ देश में स्थित खनिज सम्पदा की खोज के लिए उन्नत तकनीक अपनाने और हालिया रूझानों और तकनीकों के माध्यम से भूजल प्रबंधन पर नवीन दृष्टिकोण पर चर्चा करने का एक बड़ा अवसर होगा।

इस सेमिनार में 6 की-नोट सहित कुल 22 तकनीकी पेपर प्रस्तुत किए गए और जीएसआई, एनटीपीसी, अदानी, सेल, एमईसीएल, राँची विश्वविद्यालय, सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी और झारखण्ड, आईआईटी-आईएसएम, धनबाद आदि के लगभग 300 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

इस मौके पर झारखण्ड पुलिस के एजीडी (ऑपरेशन) संजय ए. लाठकर, सीएमपीडीआई के निदेशक (तकनीकी/पीएंडडी) अजय कुमार एवं निदेशक (तकनीकी/ईएस) सतीश झा, जीएसआई-कोलकाता के उप महानिदेशक सुदीप भट्टाचार्य, एमटीसीएस के शांतो मुखर्जी, सीएमपीडीआई के क्षेत्रीय संस्थान-3 के क्षेत्रीय निदेशक जयंत चक्रवर्ती एवं क्षेत्रीय संस्थान-1 के क्षेत्रीय निदेशक इरशाद अहमद, महाप्रबंधक (गवेषण) आर के सिंह, पूर्व महाप्रबंधक ए वी सहाय , महाप्रबंधक एवं विभागाध्यक्षगण, वरीय अधिकारी एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

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