रिपोर्ट : नितीश मिश्र
राँची(खबर_आजतक): सीएमपीडीआई के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक मनोज कुमार ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण के दौरान कहा कि देश में कोयला उद्योग की ऊर्जा क्षेत्र में और कोल इंडिया की कोयला क्षेत्र में प्रमुख दावेदारी है। कोल इंडिया ने वर्ष 2023-24 में 780 मिलियन टन कोयला उत्पादन के लक्ष्य की तुलना में 773.65 मिलियन टन उत्पादन की है जो कि वित वर्ष की तुलना में 10.02 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि के साथ एक वर्ष में लगभग 70 मिलियन टन की वाल्यूम वृद्धि है। वर्ष 2024-25 में कोयला उत्पादन लक्ष्य 838.02 मिलियन टन है जिसको हासिल करने के लिए कोल इंडिया की सभी सहायक कम्पनियां प्रयासरत् हैं।
इस अवसर पर निदेशक (तकनीकी/सीआरडी) शंकर नागाचारी, निदेशक (तकनीकी/पीएंडडी) अजय कुमार, निदेशक (तकनीकी/ईएस) सतीश झा, मुख्य सतर्कता अधिकारी सुमीत कुमार सिन्हा समेत मुख्यालय तथा क्षेत्रीय संस्थान-3 के क्षेत्रीय निदेशक, महाप्रबंधक व विभागाध्यक्षगण, जेसीसी सदस्य/श्रमिक आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर अध्यक्ष- सह – प्रबंध निदेशक मनोज कुमार ने कहा कि वर्ष 2024-25 में 10 लाख मीटर ड्रिलिंग का लक्ष्य रखा गया है जिसके मुकाबले जुलाई, 2024 तक 2.57 लाख मीटर ड्रिलिंग की गई है। सीएमपीडीआई बेस मेटल्स के गवेषण गतिविधियों में भी मजबूती से अपने कदम रख रहा है।
इसके अलावा, ऊर्जा क्षेत्र की महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान करने के लिए 2024 में हैकथॉन ऑन कोल गैसीफिकेशन का आयोजन किया गया। सीएमपीडीआई चिन्ह्ति समस्या विवरण पर हैकथॉन ऑन आरएंडडी-2024 का आयोजन कर रहा है जिसके नवम्बर, 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है। कोयला मंत्रालय और कोल इंडिया की ओर से सीएमपीडीआई उच्च शिक्षा मंत्रालय के लिए स्मार्ट इंडिया हैकथॉन-2024 का समन्वयन कर रहा है।
सीएमपीडीआई, पीएम गति शक्ति-नेशनल मास्टर प्लान पोर्टल पर एमओसी पेज विकसित करने की सुविधा कोयला मंत्रालय को प्रदान कर रहा है। कोयला मंत्रालय के निर्देशानुसार, कॉमर्शियल माइनिंग के लिए नीलामी के अंतर्गत सभी कोल ब्लॉक्स का ड्रोन आधारित सर्वेक्षण कर फ्लाई थ्रू वीडियो बनाया जा रहा है। फ्लाई थ्रू वीडियो, भावी बोलीदाताओं को पूरे ब्लॉक क्षेत्र का ‘वर्ड्स आई व्यू’ प्रदान करना है ताकि वे क्षेत्र को बेहतर ढंग से समझ सकें और जल्द से जल्द ब्लॉक के विकास की योजना बना सकें।
वहीं मनोज कुमार ने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र में डाइवरसिफिकेशन के अंतर्गत भूमिगत कोल गैसीफिकेशन के विकास के लिए सीएमपीडीआई, ईसीएल और अरगो एक्सर्जी टेक्नोलॉजी इंक, कनाडा द्वारा संयुक्त रूप से ईसीएल लीजहोल्ड एरिया के कास्ता वेस्ट ब्लॉक में आरएंडडी प्रोजेक्ट क्रियान्वित किया जा रहा है। कोयला मंत्रालय ने कोल इंडिया के लिए 5G कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी यूज केस लैब्स की स्थापना के उद्देश्य से सीएमपीडीआई को सेंटर फॉर एक्सीलेंस के रूप में नामित किया है। इस संबंध में कोयला उद्योग के लिए सीएमपीडीआई ने 5G यूज केस टेस्ट लैब की स्थापना नामक एसएंडटी प्रोजेक्ट के तहत 5G सीओई लैब के सिविल और इंटीरीयर्स के कार्य के साथ-साथ उपकरण के पूर्व-परीक्षण का कार्य भी प्रगति पर है।
सीएमपीडीआई, ने डब्ल्यूसीएल के लिए 105 मेगावाट सोलर पावर प्लांट की कुल क्षमता का टेंडर जारी किया है जिसमें नंदन वाशरी, कन्हान क्षेत्र में 70 मेगावाट का ग्राउंड माउंटेड सोलर प्लांट] सीआईएल की अपनी भूमि पर सबसे बड़ी क्षमता वाला संयंत्र है। सीएमपीडीआई परिसर, रांची में ‘नेशनल सेंटर फॉर कोल एंड इनर्जी रिसर्च (चरण-1)’ की स्थापना की जा रही है। प्रस्तावित केंद्र को कोयला और ऊर्जा क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए एक नेशनल फैसिलिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। मेघालय में खनन प्रभावित भूमि के रेस्टोरेशन पर एक कंसेप्चुअल रिपोर्ट तैयार किया गया। डीपीआर तैयार करने के लिए सीएमपीडीआई को कुल 4 स्थल सौंपे गए। सीएमपीडीआई द्वारा माइन क्लोजर वेब पोर्टल विकसित किया गया है। इस पोर्टल में 2009 से पहले बंद हुई खदानों के साथ-साथ 2009 के बाद बंद हुई खदानों का डेटा भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2023-24 के दौरान 19 जियोलॉजिकल रिपोर्ट (जीआर) के माध्यम से 340 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को शामिल कर डिटेल्ड एक्सप्लोरेशन के जरिए लगभग 12 बिलियन टन कोयला संसाधन को प्रमाणित श्रेणी में जोड़ा गया है। इसके अतिरिक्त गत वर्ष की 190 लाइन किलोमीटर की तुलना में 2023-24 के दौरान 205 लाइन किलोमीटर 2डी/3डी सिस्मिक सर्वे किया] जो पिछले वर्ष की तुलना में 26 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। पहली बार] सीएमपीडीआई ने नॉन-कोल गवेषण में कदम रखा और बॉक्साइट के लिए 2 जियोलॉजिकल रिपोर्ट तैयार करके राष्ट्रीय भंडार में लगभग 16 मिलियन टन अल्युमिनियम लैटेराइट और लगभग 9.3 मिलियन टन बॉक्साइट संसाधन को जोड़ा गया है।
इस अवसर पर सीएमपीडीआई के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक मनोज कुमार ने सुरक्षा प्रहरी संजीव कुमार सिंह को उत्कृष्ट सेवाओं तथा डीजीआर सुरक्षाकर्मी हवलदार एरिक बसंत खलको को कर्त्तव्य परायणता के लिए पुरस्कृत किया।