नितीश_मिश्र
राँची(खबर_आजतक): गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंडोत्तोलन के पश्चात अपने अभिभाषण में सीएमपीडीआई के अध्यक्ष – सह – प्रबंध निदेशक मनोज कुमार ने कहा कि सीएमपीडीआई द्वारा वित्त वर्ष 2023-24 में 7.5 लाख मीटर ड्रिलिंग के मुकाबले दिसम्बर 2024 तक 5.57 लाख मीटर ड्रिलिंग की गयी है जिसमें से 2.48 लाख मीटर विभागीय संसाधन के जरिए हुई है। साथ ही 190 लाइन किलोमीटर 2डी/3डी सिस्मिक सर्वे के विभागीय लक्ष्य के मुकाबले दिसम्बर, 2023 तक 60.45 लाइन किलो मीटर सिस्मिक सर्वे किया जा चुका है।
इस अवसर पर निदेशक (तकनीकी/सीआरडी) शंकर नागाचारी, निदेशक (तकनीकी/ईएस) सतीश झा, मुख्य सतर्कता अधिकारी सुमीत कुमार सिन्हा, वरीय सलाहकार (माइनिंग) ए0के0 राणा, कस्तूरी महिला सभा की अध्यक्षा रूपाली गुप्ता, किरण झा, जेसीसी सदस्य एवं श्रमिक प्रतिनिधि, सीएमओएआई के प्रतिनिधि सहित सीएमपीडीआई परिवार के सदस्य उपस्थित थे।
इस दौरान मनोज कुमार ने कहा कि कोयला एवं गैर-कोयला क्षेत्र में एनएमईटी के माध्यम से गवेषण का प्रयास किया जा रहा है। अभी तक कुल 41 प्रस्ताव दिए गए हैं जिसमें गैर कोयला ब्लाॅक्स के 4 प्रस्ताव सहित कुल 27 प्रस्ताव स्वीकृृत किए गए है वहीं गैर कोयला क्षेत्र में गवेषण के तहत सीएमपीडीआई ने 1 बाॅक्साइट ब्लाॅक की भूवैज्ञानिक रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है एवं काॅपर, लेड और जिंक जैसे बेस मेटल में एक प्रोजेक्ट में गवेषण शुरू हो गया है। दिसम्बर 2023 तक कुल 242 रिपोर्ट तैयार कर लिया गया है जिसमें 22 जियोलाजिकल रिपोर्ट्स (जीआर) और 24 प्रोजेक्ट रिपोटर््स (पीआर) शामिल हैं। 22 जीआर के जरिए लगभग 449 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को शामिल कर विस्तृत गवेषण के माध्यम से 8 बिलियन टन अतिरिक्त कोल रिजर्वस को प्रमाणित श्रेणी में लाया गया है वहीं 82 मिलियन टन प्रतिवर्ष क्षमता बढ़ोत्तरी वाली 24 पीआर भी तैयार की गयी है। प्रमाणित श्रेणी के कोयला संसाधन को 1976 के 21 बिलियन टन के स्तर से 1 अप्रैल, 2023 तक लगभग 200 बिलियन टन किया गया है जिसमें अधिकांश कार्य सीएमपीडीआई द्वारा ही किया गया है। ज्ञात हो कि कोल इंडिया ने चालू वित्त वर्ष के कोयला उत्पादन के 780 मिलियन टन वार्षिक लक्ष्य की तुलना में 23.01.2024 तक 589 मिलियन टन कोयला उत्पादन हासिल किया है। देश के कुल कोयला उत्पादन में कोल इंडिया की भागीदारी 79 प्रतिशत है। कोल इंडिया की इस सफलता में सीएमपीडीआई प्रदत्त सेवाओं का प्रमुख योगदान है।
सीएमपीडीआई ने टीसीआईएल और टाइडल वेव के सहयोग से इंडियन मोबाइल कांग्रस में एनसीएल के अमलोरी में कोयला खनन कार्यों के लिए भारत के पहले निजी 5जी नेटवर्क का अनावरण किया। निजी 5जी नेटवर्क द्वारा संचालित ‘‘5जी इनेबल्ड ड्रोंस’’, ‘‘एआई पावर्ड कैमरा’’, ‘‘वेहिकल ट्रैकिंग सिस्टम्स’’ एवं ‘‘मिशन क्रिटिकल कम्युनिकेशन्स’’ जैसे चार आवश्यक उपयोग के मामलों का अभूतपूर्व प्रदर्शन किया गया।
इस मौके पर मनोज कुमार ने कहा कि डब्ल्यूसीएल – नागपुर के माजरी एरिया में कोयला से अमोनिया नाइट्रेट प्रोजेक्ट के लिए बीओओ प्रोसेसर के चयन के लिए निविदा जारी हो गयी है। यह परियोजना सर्फेस कोल गैसीफिकेशन पर आधारित है जिसमें कोयले को Syn गैस में गैसीफाई किया जाता है और फिर उत्पादित Syn गैस को अमोनिया और नाइट्रिक एसिड के माध्यम से अमोनियम नाइट्रेट में परिवर्तित किया जाएगा। साथ ही, सीएमपीडीआई Syn गैस के उत्पादन के लिए पायलट स्केल पर यूसीजी प्लांट का प्रदर्शन (डिमोंसट्रेशन) करने के लिए ईसीएल लीजहोल्ड एरिया में भूमिगत कोल गैसीफिकेशन के विकास की संभावना तलाश रहा है जिसका उपयोग विभिन्न केमिकल्स एवं फर्टीलाइजर्स उत्पादन में किया जा सकता है।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि सीएमपीडीआई ने एनआईसी के सहयोग से ई-ऑक्शन प्लेटफार्म विकसित किया है एवं जून, 2023 से कोल इंडिया की सहायक कम्पनियों के लिए सिंगल विंडो मोड एगनोस्टिक सिस्टम पर कोल ई-ऑक्शन शुरू की है। अब तक, सीएमपीडीआई ने सीआईएल की सहायक कंपनियों के लिए 22 मिलियन टन से अधिक के लिए 46 ई-ऑक्शन्स सफलतापूर्वक आयोजित की है। इस संस्थान के लिए यह गर्व की बात है कि वह एक अत्याधुनिक ‘कोल ई-ऑक्शन’’ प्लेटफार्म विकसित करने में सक्षम हुआ जो बहुत पारदर्शी, विश्वसनीय और बिना किसी मानवीय इंटरफेस के है।
पिछले वर्ष से हमने कम्पनी के लिए एक स्थायी भविष्य विकसित करने के लिए सेवाओं के विविधीकरण और नए ग्राहक ढूँढने की दिशा में व्यवसाय विकास के लिए अपने प्रयासों को नवीनीकृत किया है। इस वित्तीय वर्ष में अब हमने कोल इंडिया और कोयला मंत्रालय के बाहर के ग्राहकों से ₹36.59 करोड़ से अधिक की शुद्ध बिक्री हासिल की है।